मुरादाबाद।
जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने ब्लाक प्रमुख और ग्राम प्रधानों के साथ बैठक लेकर गोशालाओं की व्यवस्थाओं से लेकर गांव के विकास की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। डीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित प्रत्येक गोशाला की जिम्मेदारी 10 प्रधानों को सामूहिक रूप से वहन किए जाने को कहा। साथ ही प्रत्येक ब्लाक में दो और गोशालाएं नवंबर तक खोलने की व्यवस्था करने की तैयारी में जुट जाने के निर्देश एसडीएम को दिए। इसके लिए उसे जमीन तलाशने को कहा।
कलक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में डीएम ने कहा कि गोवंश से हो रहे फसलों के नुकसान को रोकने के लिए ग्राम प्रधानों के सहयोग से गो-संरक्षण का कार्य किया जाए। प्रत्येक गोवंश आश्रय स्थल पर एसडीएम, बीडीओ को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। वह नियमित माॅनीटरिंग करेंगे।
ग्राम प्रधान सुपरविजन का कार्य करेंगे तथा श्रेणी-5 की जमीन पर चारा उगाकर गोसेवा में सहयोग करेंगे। कोई समस्या हो तो अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे।
डीएम ने कहा कि छुट्टा गोवंश न विचरण करें इसके लिए प्रत्येक ब्लाक में दो गोसंरक्षण केंद्र खोले जाएं। अगर किसी प्रकार की कोई समस्या है तो ग्राम प्रधान अधिकारियों के संपर्क में बने रहें। एसडीएम इसके लिए भूमि चिह्नित करने का काम करें। नवंबर तक गोसंरक्षण केंद्र खुल जाने चाहिए। बैठक में मौजूद मूंढापांडे के ब्लाक प्रमुख नवदीप यादव ने कहा कि ग्राम पंचायतों में वही विकास कार्य कराए जाएं जहां जिनकी आवश्यकता हो। बैठक में सीडीओ, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सभी बीडीओ समेत संबंधित अधिकारी एवं ग्राम प्रधान मौजूद रहें।