मुरादाबाद। मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में डाक्टरों की उपस्थिति चेक करने के लिए सीएमओ डा. विश्राम सिंह औचक निरीक्षण के लिए निकले। उन्होंने अगवानपुर व मतलबपुर पीएचसी का निरीक्षण किया। वहां पाई गई खामियों पर नाराजगी जताते हुए संबंधित स्टाफ को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अगवानपुर पीएचसी में अंधेरा देखकर सीएमओ नाराज हो गए।
उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को विद्युत आपूर्ति दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही पीएचसी में प्रसव कार्य जल्द शुरू कराने के लिए कहा। सुबह करीब साढ़े 11 बजे स्वास्थ्य केंद्र पर सीएम व एसीएमओ डा. प्रवीण श्रीवास्तव पहुंचे। पीएचसी के गेट पर बरसात का पानी भरा मिला। पीएचसी में पहुंचे तो वहां खामियों का अंबार था। डॉ. अंकित वर्मा व स्टाफ पीएचसी में मौजूद थे लेकिन, कोई मरीज नहीं था। पीएचसी की बिजली गुल थी। मौसम खराब होने के कारण पीएचसी में अंधेरा छाया था। इनवर्टर की कोई व्यवस्था नहीं थी। सीएमओ ने अपनी हीमोग्लोबिन की जांच वहां कराई।
उन्होंने स्टाफ के बारे में जानकारी की तो महिला स्टाफ नर्स एसबीए प्रशिक्षण के कारण जिला अस्पताल में थीं। इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र में साफ सफाई भी अधूरी थी। प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया तो वहां बिजली की कोई व्यवस्था नहीं थी। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी राजीव चौधरी को बिजली आपूर्ति व प्रसव की व्यवस्था को जल्द शुरू कराने के लिए निर्देशित किया।
आरोग्य मेले में रविवार को केवल 17 मरीज पहुंचे। इनमें तीन गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। बरसात की वजह से स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों में गिरावट दर्ज की गई है। जबकि पिछले रविवार को यहीं संख्या 47 थी। इसके बाद सीएमओ मतलबपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। वहां डा. प्रशांत वर्मा व अन्य चिकित्सा कर्मी उपस्थित थे। लैब असिस्टेंट ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे। एक कक्ष में प्लास्टर उखड़ा हुआ था, दीवार से पानी अंदर आ रहा था। स्वास्थ्य विभाग के जेई को सीएमओ ने व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। कैल्शियम व ओआरएस का स्टाक चेक किया गया। जिंक, ओआरएस कार्नर बना हुआ पाया गया। सभी डाक्टरों को सीएमओ ने निर्देश दिए कि आरोग्य मेले में मौजूद न रहने वाले डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।