मुरादाबाद। इमरजेंसी की नाइट ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुरेंद्र पाल सिंह व फार्मासिस्ट अनिल कुमार से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र सिंह ने दोनों को फटकार लगाई जबकि सीएमएस डॉ. संगीता पांडे ने दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी कराया है। बुधवार देर रात से बृहस्पतिवार सुबह तक मरीजों के इलाज में लापरवाही बरती गई।
डॉक्टर ने कई मरीजों को देखा तक नहीं। स्टाफ ने मरीजों को निजी अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी। डॉक्टर व फार्मासिस्ट की ड्यूटी रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक थी। इसके बावजूद स्टाफ नर्स अल्फ्रेड व वार्ड बॉय अरविंद ने ही मरीज देखे। गंभीर मरीजों के लिए ऑन कॉल किसी विशेषज्ञ डॉक्टर को भी नहीं बुलाया गया। फार्मासिस्ट अनिल कुमार रात एक बजे ही कक्ष में जाकर सो गए थे। डॉक्टर ने भी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई और मरीजों को नहीं देखा। रात में आने वाले गंभीर मरीजों के परिजनों को कम सुविधाओं का हवाला देकर निजी अस्पताल में जाने के लिए कहा गया। मजबूरन कई मरीजों के परिजनों ने यही किया। रात करीब तीन बजे सभी स्टाफ इमरजेंसी का गेट आपस में सटाकर सो गए थे।
अमर उजाला ने देर रात 2 बजे से सुबह 5:30 बजे तक इमरजेंसी की लाइव रिपोर्टिंग की थी। खबर पर संज्ञान लेकर चिकित्सा अधीक्षक ने इमरजेंसी की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई इसमें डॉक्टर व फार्मासिस्ट की लापरवाही स्पष्ट हुई है। इसकी मॉनीटरिंग लखनऊ तक होने के कारण सीएमएस की ओर से दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वर्जन
खबर के आधार पर सीसीटीवी फुटेज निकलवाई गई। इससे डॉक्टर व फार्मासिस्ट की लापरवाही प्रतीत हो रही है। दोनों को स्पष्टीकरण के लिए नोटिस जारी किया गया है। स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं कि रात में मरीज के पहुंचने पर उसे किसी तरह की अव्यवस्था का सामना न करना पड़े। – डॉ. राजेंद्र सिंह, चिकित्सा अधीक्षक