मुरादाबाद।
बहुचर्चित कुशांक हत्याकांड में सोमवार को केस के केस के वादी मृतक के पिता अशोक कुमार ने कोर्ट में पहुंचकर अपने बयान दर्ज कराए। समय की कमी के कारण उनसे जिरह पूरी न हो सकी। अदालत ने जिरह के लिए 17 अक्तूबर लगा दी है।
12 जनवरी 2022 की रात रामगंगा विहार में स्पोर्ट्स सामान के कारोबारी कुशांक गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पिता अशोक कुमार गुप्ता ने थाना सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की विवेचना के समय पाया गया कि इस मामले में कुशांक गुप्ता का विवाद पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक के साथ हुआ था। ललित कौशिक दुकान खाली कराना चाहते थे। दुकान खाली करने को लेकर पूर्व में भी कुशांक को धमकी दी गई थी। जिसके बाद कुशांक गुप्ता की सुपारी देकर हत्या करा दी थी। जिसमें खुशवंत सिंह उर्फ भीम को हत्या की जिम्मेदारी दे दी गई।
पुलिस की विवेचना में सामने आया कि षडयंत्र रचकर कुशांक की हत्या की गई थी। जिसमें ललित कौशिक, खुशवंत सिंह उर्फ भीम, केशव सरण शर्मा और विकास शर्मा को आरोपी बनाया गया था। जिला शासकीय अधिवक्ता नितिन गुप्ता एवं सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता संजीव अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को केस के वादी अशोक कुमार गुप्ता अदालत में अपने बयान देने के लिए हाजिर हुए। उन्होंने अदालत को बताया कि ललित कौशिक द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से भी पूर्व में कई बार उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में वादी के बयान अदालत अंकित कर लिए लेकिन समय के अभाव के कारण उनसे जिरह पूरी न हो सकी। अदालत ने आरोपी पक्ष को जिरह करने के लिए 17 अक्तूबर लगा दी है।