ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद)।
गांव राईभूड निवासी किसान नौबात सिंह सैनी (63) का शव बुधवार को गांव से चार किलोमीटर दूर गांव पाइंदापुर खद्दर के पास रामगंगा नदी में एक पेड़ से अटका मिला। नौबात सिंह मंगलवार शाम को खेत में चारा लेने गए थे।
वह नदी द्वारा किए गए खेत के कटान को देख रहे थे। इस दौरान नदी में कुछ मिट्टी गिर जाने से वह भी उसके साथ नदी में गिर गए थे। सूचना पर ग्रामीणों ने गोताखोरों के साथ मिलकर उनकी तलाश की थी, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया था। इस पर बबराला से गोताखोरों की टीम बुलाई गई थी। बुधवार सुबह टीम ने दोबारा से सर्च अभियान शुरू किया था। इस दौरान राईभूड व गांव लालापुर पीपलसाना आदि के गोताखोर भी किसान तलाश में जुटे थे। बुधवार शाम करीब पांच बजे किसान का शव करीब चार किलोमीटर दूर गांव पाइंदापुर खद्दर के पास रामगंगा नदी में एक पेड़ से अटका मिला। ग्राम प्रधान भानु प्रताप सिंह ने बताया कि किसान नौबात सिंह का शव गांव में लाया गया, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। किसान की मौत से उनकी पत्नी जयवती, पुत्र प्रीतम, भाई चंद्रपाल व नारायण सिंह को बुरा हाल है। ग्रामीण व रिश्तेदार उन्हें ढांढस बंधा रहे है। नायब तहसीलदार मुकेश कुमार ने नौबत सिंह का शव मिलने की पुष्टि की है।
रामगंगा में बहे छात्र का दूसरे दिन भी नहीं लगा सुराग
कांठ (मुरादाबाद)।
पशुओं के लिए चारा लेने जाते समय रामगंगा नदी में बहे बीएड के छात्र सोहित नागर (22) का बुधवार को दूसरे दिन भी शाम तक कोई सुराग नहीं लग पाया। एसडीआरएफ की टीम ने नदी में कई किलोमीटर तक छात्र की तलाश करती रही।
कांठ थाना क्षेत्र के गांव बेगमपुर निवासी होमगार्ड हरिओम सिंह का बेटा सोहित मंगलवार सुबह गांव के चींटू के साथ रामगंगा के पास खेत से चारा लेने गया था। सोहित व चींटू नदी को पार करने लगे थे। इसी बीच सोहित पानी का तेज बहाव होने के कारण बहने लगा था। चींटू ने उसे बचाने का भी प्रयास किया था, लेकिन वह असफल रहा था। मंगलवार को भी पूरा दिन सोहित की नदी में तलाश चली थी। बुधवार को दूसरे दिन फिर से एसडीआरएफ की टीम ने सुबह से ही रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया था, लेकिन शाम तक सोहित को कुछ पता नहीं चला पाया। होमगार्ड पिता हरिओम सिंह, मां मुनेश देवी, बहन प्रियंका, ज्योति, छोटे भाई अनुज सहित सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। घटना को लेकर बेगमपुर, मिश्रीपुर, हीरापुर के ग्रामीणों में भी सहमे है।