मुरादाबाद। आजादी के 76 साल बाद भी दरियापुर गांव मुख्य मार्ग से नहीं जुड़ सका। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह के प्रयास से वित्तीय समिति ने रोड और पुल को बनाने की मंजूरी दे दी है लेकिन यह फाइल अभी नाबार्ड में अटकी है। शासनादेश जारी होने पर ही रोड का निर्माण संभव है।
कांठ तहसील क्षेत्र में आने वाले दरियापुर गांव विकास की राह से अभी कोसो दूर है। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद और भाजपा प्रवक्ता सैय्यद जफर इस्लाम ने दरियापुर को गोद लिया था, लेकिन वह भी गांव को रास्ता नहीं दिला पाए हैं। कांठ से गांव के लिए जाने पर रामगंगा नदी बीच में पड़ती है। बरसात के दिनों में गांव चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिर जाता है।यदि गांव में कोई इमरजेंसी हो जाए तो गांव में एंबुलेंस, पुलिस, फायर ब्रिगेड तक नहीं पहुंच सकती है। दरियापुर को आने जाने के लिए बिजनौर जिले के स्योहारा होते हुए भगवानपुर रैनी से जाना पड़ता है।
लोनिवि ने भेजा दस करोड़ का प्रस्ताव शासन में लटका
तहसील क्षेत्र के गांव दरियापुर को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए सड़क और रामगंगा नदी में पुल निर्माण के लिए लोग निर्माण विभाग ने कई माह पहले शासन को करीब 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था। इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने पैरवी की। इसके बाद रोड और पुल के लिए वित्तीय समिति ने मंजूरी दे दी। अभी इस प्रस्ताव की फाइल नाबार्ड में बड़ी है। लोनिवि के अभियंताओं का कहना है कि भाजपा नेताओं को इस मामले में पैरवी कर शासन से शासनादेश जारी कराना होगा। तभी इस गांव का कायाकल्प हो सकता है।