मुरादाबाद। जमीअत उल मंसूर जिला यूनिट के कार्यकर्ताओं ने धुनकर आयोग की मांग को लेकर डीएम दफ्तर पर प्रदर्शन किया और बाद में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसीएम को दिया।
जमीअत उल मंसूर के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नोमान मंसूरी की अगुवाई में जिला यूनिट से जुड़े कार्यकर्ता बृहस्पतिवार कलक्ट्रेट पहुंचे। वहां कुछ देर प्रदर्शन किया और सभा की। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि मुस्लिम समाज की आबादी में सबसे बड़ी आबादी मंसूरी समाज के लोगों की है। जिन्हें अलग-अलग प्रदेशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। पसमांदा समाज की इस बिरादरी के लोगों का पुस्तैनी काम रूई धुनना है। सरकारों द्वारा समय-समय पर बुनकरों समेत अन्य कामकारों को बहुत सी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। रूई की धुनाई मशीनों से होने के कारण धुनकरों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। धुनकरों के कारोबार पर पूंजीपतियों का कब्जा हो गया है।
वक्ताओं ने धुनकर आयोग का गठन कर इस समाज के लोगों की समस्याओं का अध्ययन कराने की मांग की गई है। बाद में सभी ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसीएम मनी अरोड़ा को सौंपा। इस मौके पर नोमान मंसूरी, जिलाध्यक्ष तस्लीम मंसूरी, महानगर अध्यक्ष डॉ. अय्यूब, सचिव वसीम एडवोकेट, ऐहतिशाम मंसूरी, नौशाद वारसी, असीम एडवोकेट, नजीर हुसैन, रियाज मंसूरी, नाजिम मंसूरी, शन्नू मंसूरी, इकबाल मुरादाबादी, मंसूर इकबाल आदि लोग मौजूद रहे।
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