कांठ (मुरादाबाद)। भाजपा नेता ने फेसबुक पर लाइव आकर कहा कि वह दुष्कर्म जैसा कलंक लेकर जिंदा नहीं रह सकता हूं। पुलिस मेरी एक नहीं सुन रही। कांठ थाना प्रभारी संजय कुमार पांचाल और कुछ भाजपा नेताओं के उत्पीड़न से तंग आकर जहर खा रहा हूं। शनिवार शाम वह कांठ के लाडलाबाद स्थित शिव मंदिर परिसर में अचेत अवस्था में पड़े मिले। उन्हें निजी अस्पताल भर्ती कराया गया है।
छजलैट निवासी वीर सिंह सैनी भाजपा किसान मोर्चा में जिला मंत्री हैं। उनका कहना है कि कांठ थाना क्षेत्र के गांव लाडलाबाद निवासी महावीर सिंह से उनका जमीनी विवाद चल रहा है। वह हर रोज की तरह बृहस्पतिवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे लाडलाबाद स्थित शिव मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। आरोप है कि वहां योजना बनाकर महावीर सिंह ने अपने करीब 20 लोगों के साथ मिलकर भाजपा नेता को बंदी बना लिया और मंदिर से अलग ले गए। जहां उसके साथ मारपीट की गई। आरोप है कि महावीर सिंह और रामचंद्र ने उससे दो लाख रुपये की रंगदारी भी मांगी। जिसपर भाजपा नेता ने फोन कर अपने मां प्रेमवती और पत्नी सुनीता को बुला लिया।
आरोप है कि उनके साथ भी मारपीट की गई। शोर मचाने पर आरोपी घायलावस्था में छोड़कर फरार हो गए। वीर सिंह का आरोप है कि उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी गई है। पुलिस ने दूसरे पक्ष की ओर से उनके खिलाफ दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है। इसमें कुछ भाजपा नेता भी शामिल हैं। वीर सिंह ने लाइव आकर कहा कि कांठ थाना प्रभारी संजय पांचाल की देखरेख में उसे फंसाने की साजिश रची जा रही है। मेरी पंद्रह साल की बेटी है। मेरे खिलाफ ऐसा आरोप लगाया जा रहा है। जिससे सुनकर भी जीना का मन नहीं है। मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मेरी मौत के लिए ये सब लोग जिम्मेदार हैं। जो मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वह लाडलाबाद स्थित शिव मंदिर परिसर में भाजपा नेता पड़े मिले।
मंदिर में ड्यूटी पर तैनात सिपाही और मंदिर के महंत अरविंद ब्रह्मचारी उन्हें उठाकर कांठ सीएचसी लाए। सूचना पर परिजन भी आ गए और वीर सिंह को निजी अस्पताल ले गए। भाजपा नेता के छोटे भाई जयवीर सिंह का कहना है कि उनका भाई उन्हें कांठ सीएचसी में जहर खाई हालत में मिला है।
वीर सिंह को पहले भी दो बार मिल चुकी हैं धमकियां
पुलिस उत्पीड़न, मारपीट और आरोपों से परेशान भाजपा नेता वीर सिंह सैनी को पहले भी लश्कर ए खालसा के नाम से धमकियां मिल चुकी हैं। इस मामले में वीर सिंह ने छजलैट थाने में दो केस दर्ज कराए थे। इसके बाद उन्हें सुरक्षा में मुहैया कराई गई थी। दो पक्षों में मारपीट हुई थी।