मुरादाबाद। शासन ने मुरादाबाद में विश्वविद्यालय बनाने के लिए 50 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। पत्र मिलने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के लिए और जमीन ढूंढना शुरू कर दिया है। करीब दस दिन पहले जिला प्रशासन ने 25 एकड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा था।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर यूनिवर्सिटी निर्माण के लिए शासन के अधिकारियों ने पहल तेज कर दी है। पहले जिले की तरफ से यूनिवर्सिटी निर्माण के लिए पाॅलीटेक्निक परिसर की 20 एकड़ जमीन प्रस्तावित की गई थी लेकिन शासन ने उसे 25 एकड़ भूमि अधिग्रहीत करने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। साथ ही शासन ने पत्र में कई सवाल किए थे। जिले के अधिकारियों की एक टीम ने 25 एकड़ भूमि का प्रस्ताव तैयार करने के बाद उसकी चौहद्दी के बारे में लिखित जानकारी दी। इसके अलावा पत्र के साथ भूमि की रंगीन फोटो भेजे गए।
टीम में शामिल अधिकारियों का कहना था कि पूछा गया था कि यूनिवर्सिटी से कलक्ट्रेट कितनी दूर है। यूनिवर्सिटी की चौहद्दी और रोड की दूरी कितनी है। दूसरे प्रस्ताव में जिले की टीम ने सारे सवालों के जवाब दे दिए हैं। अब शासन ने डीएम से यूनिवर्सिटी बनाने के लिए 50 एकड़ जमीन की मांग की है। मौके पर सिर्फ 25 एकड़ जमीन उपलब्ध है। पत्र मिलने के बाद डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने अधीनस्थ अधिकारियों को जमीन ढूंढ़ने की जिम्मेदारी सौंपी है। कैबिनेट से पास होने पर यूनिवर्सिटी के बनने का रास्ता साफ होगा। शासन ने बता दिया है कि साल के अंत तक यूनिवर्सिटी निर्माण के लिए कार्यालय खोल दिया जाएगा। इधर नगर विधायक रितेश गुप्ता यूनिवर्सिटी बनाने के लिए सरकार से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।