मां पीतांबरा के दरबार में सीएम योगी
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यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को दतिया जिले में पहुंचे। यहां हवाई पट्टी पर सीएम योगी का प्लेन उतरा, उसके बाद वे कार से पीतांबरा पीठ मंदिर पहुंचे। तांत्रिक शक्ति पीठ पीतांबरा मंदिर पर पूजा अर्चना किए और फिर महाभारत कालीन वनखंडेश्वर महादेव पर जलाभिषेक किए। इस दौरान पुलिस-प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था चौकस रही।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शासकीय योजनाओं के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। सीएम योगी के पीतांबरा आगमन पर दतिया जिला प्रशासन ने मीडिया को कवरेज करने से रोक दिया था।
राजसत्ता का सुख दिलाता है मां पीतांबरा सिद्धपीठ
दतिया में स्थित मां पीतांबरा सिद्धपीठ की स्थापना साल 1935 में हुई थी। यहां पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और फिर राजमाता विजयाराजे सिंधिया तक, सबने माता का आशीर्वाद प्राप्त किया है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर आने वाले की मुराद जरूर पूरी होती है। उन्हें राजसत्ता का सुख जरूर मिलता है।
मां पीतांबरा को राजसत्ता की देवी माना जाता है। इसी रूप में भक्त उनकी आराधना करते हैं। राजसत्ता की कामना रखने वाले भक्त यहां आकर गुप्त पूजा अर्चना करते हैं। मां पीतांबरा शत्रु नाश की अधिष्ठात्री देवी है और राजसत्ता प्राप्ति में मां की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस सिद्धपीठ की स्थापना 1935 में स्वामीजी ने की थी। ये चमत्कारी धाम स्वामीजी के जप और तप के कारण ही एक सिद्ध पीठ के रूप में जाना जाता है।
भक्तों को देवी के दर्शन एक छोटी-सी खिड़की से ही होते हैं। मंदिर प्रांगण में स्थित वनखंडेश्वर महादेव शिवलिंग को महाभारत काल का बताया जाता है। इस सिद्धपीठ की स्थापना 1935 में स्वामीजी के द्वारा की गई। ये चमत्कारी धाम स्वामीजी के जप और तप के कारण ही एक सिद्ध पीठ के रूप में जाना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि कई साल पहले राजमाता विजयाराजे नवरात्र के दौरान पूरे नौ दिन साधना करती थीं। माधवराव सिंधिया, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, उमा भारती, वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मां पीतांबरा शक्ति बगलामुखी की कृपा से राजनीति की ऊंचाइयों के शिखर को छुआ है।