अब्दुल कादिर
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सिंगरौली के बैढन क्षेत्र में रहने बाला अब्दुल कादिर उम्र 42 साल अपने परिवार के साथ 15 जुलाई 2023 को भोपाल स्टेशन पर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहा था। तभी उसे तेजी से पेशाब आने लगी। पेशाब करने के लिए अब्दुल से बस यही गलती हुई कि उसने पेशाब करने के लिए स्टेशन पर बने शौचालय का उपयोग करने की बजाय, वह इंदौर जाने के लिए खड़ी वंदे मातरम ट्रेन में पहुंच गया।
पेशाब करने के बाद जब वह बाहर आने लगा तो ट्रेन के दरवाजे बंद होने पर वह घबरा गया। उसे इस ट्रेन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी की ट्रेन के गेट ऑटोमेटिक हैं और वे ट्रेन के चलते ही लॉक हो जाते हैं। ट्रेन के आगे बढ़ते ही अब्दुल कादिर ने टीटी और पुलिस से मदद मांगी, लेकिन टीटी और पुलिसकर्मियों ने अब्दुल कादिर की मदद करने की बजाय उल्टा उसका 1020 रुपये का टिकट हजार्ने सहित काट दिया। अब्दुल कादिर को यहां रुपया देने के बावजूद न चाहते हुए भी उज्जैन आना पड़ा।
ऐसे लग गई हजारों की चपत…
ट्रेन में 1020 का जुर्माना भुगतने के बाद अब्दुल कादिर ने उज्जैन पहुंचने के बाद यहां से फिर भोपाल जाने के लिए लगभग 800 रुपये खर्च कर दिए। वहीं, उसका परिवार जिस दक्षिण एक्सप्रेस से घर लौटने वाला था, उस ट्रेन से भी यह घर नहीं पहुंच पाए, जिससे कादिर को इस ट्रेन के टिकट का भी 4000 का नुकसान हुआ। जो कि सेकेंड एसी की थी। कुल मिलाकर वंदे मातरम ट्रेन में पेशाब करने के लिए चढ़े अब्दुल कादिर को लगभग 6000 की चपत लग गई।