माफिया मुख्तार अंसारी
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बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के फर्जी लाइसेंस मामले की सुनवाई अब 25 जुलाई को होगी। लखनऊ स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला के हस्तलेख विशेषज्ञ की रिपोर्ट भी मिल गई है। सीबीसीआईडी के ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी उदय राज शुक्ला और सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी विनय सिंह ने प्रार्थना पत्र के साथ हस्तलेख विशेषज्ञ की रिपोर्ट विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए अवनीश गौतम की अदालत के समक्ष प्रस्तुत की। साथ ही न्याय हित में हस्तलेख विशेषज्ञ की रिपोर्ट पत्रावली में रखे जाने का निवेदन किया गया।
दरअसल, फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए गाजीपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी आलोक रंजन व तत्कालीन सीआरओ त्रियुगी नाथ के फर्जी हस्ताक्षर बनाए गए थे। इसकी जांच विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ से हुई थी। रिपोर्ट भी लगी थी, लेकिन सुनवाई पत्रावली में उपलब्ध नहीं थी। इस पर हस्तलेख विशेष की रिपोर्ट लगाने की अनुमति मांगी गई थी। अब रिपोर्ट मिल गई है। मामले की तेजी से सुनवाई की उम्मीद है।