Asif Bharti murder
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गोरक्षा दल के सदस्य आसिफ भारती भले ही दो माह पहले जमानत पर बाहर आया हो, लेकिन 2015 में भाई दिलशाद की हत्या के बाद से ही उसे खुद की जान का खतरा सता रहा था। दोनों भाइयों के पास कमेलों को लेकर जानकारी रहती थी, जो वह पुलिस को बताते थे। दिलशाद की हत्या भी इसी रंजिश में हुई थी। दिसंबर 2022 में आसिफ और उसके भाई इमरान पर शाहजेब की हत्या का केस दर्ज हुआ था, जिसमें दोनों जेल चले गए थे।
आसिफ जमानत पर बाहर आ गया था, लेकिन इमरान जेल में ही है। आसिफ के बेटे अनस ने आरोप लगाया कि शाहजेब के परिवार वालों ने ही उसके पिता की हत्या की है। जिन्हें लगातार धमकी मिल रही थी। आसिफ की हत्या के बाद उसके चचेरे भाई मुजाहिद ने आबिद, आदिल पुत्र काले खां, परवेज, नौशाद, आदिल और हाजी पप्पू के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। सभी आरोपी शाहजेब के परिवार के सदस्य हैं। उसका कहना था कि आसिफ अवैध पशु कटान का विरोध करता था, जिसके कारण उसकी हत्या की गई।