दुर्गाकुंड मंदिर में लगी भक्तों की कतार
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
शारदीय नवरात्र की चतुर्थी पर माता कूष्मांडा के दरबार में भक्ति और श्रद्धा का ज्वार उमड़ा। भक्तों ने माता के यंत्र के दर्शन किए और मन्नत पूरी होने पर चांदी की पायल और नथिया भी चढ़ाई। मध्य रात्रि तक डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने माता की चौखट पर शीश नवाया।
बुधवार को दुर्गाकुंड स्थित मां कूष्मांडा मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों, साधकों और उपासकों की भीड़ उमड़ी। कतारबद्ध होकर भक्तों ने मां की नयनाभिराम झांकी के दर्शन कर सर्व मनोकामना का आशीष मांगा। मौसमी बीमारी से भी निजात दिलाने की कामना की। भोर से शुरू हुआ दर्शन पूजन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
सुगंधित फूलों से मोहक झांकी सजी
नवरात्र में मां कूष्मांडा के दर्शन पूजन की मान्यता है। बुधवार को भोर में मंगला आरती के बाद कूष्मांडा दरबार मां के जयकारे से गूंज उठा। सड़क पर बने बैरिकेडिंग से लेकर मंदिर परिसर में भक्तों की लाइन लगी थी। नारियल, चुनरी, माला आदि नैवेद्य मां को अर्पित किए। महंत कौशलपति द्विवेदी के आचार्यत्व में पुजारी केवल दुबे व सोनू झा ने भोर में मां कूष्मांडा का पंचगव्य से अभिषेक कर नवीन वस्त्र धारण कराया।