Nisha Biswal: भारतीय मूल की निशा बिस्वाल बनीं डीएफसी की डिप्टी सीईओ, यूएस सीनेट ने दी मंजूरी

Nisha Biswal: भारतीय मूल की निशा बिस्वाल बनीं डीएफसी की डिप्टी सीईओ, यूएस सीनेट ने दी मंजूरी



निशा बिस्वाल
– फोटो : ANI

विस्तार


भारतीय मूल की नीति विशेषज्ञ निशा देसाई बिस्वाल अमेरिकी वित्त एजेंसी अंतरराष्ट्रीय विकास वित्त निगम (डीएफसी) की डिप्टी सीईओ होंगी। यूएस सीनेट ने इस पद के लिए उनके नामांकन को मंजूरी दे दी है। अब बिस्वाल यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन की डिप्टी सीईओ के रूप में काम करेंगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मार्च की शुरुआत में यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन में डिप्टी सीईओ के पद के लिए निशा बिस्वाल को नामित करने की इच्छा जताई थी।

नई जिम्मेदारी मिलने के बाद बिस्वाल ने ट्वीट कर खुशी का इजहार किया। उन्होंने लिखा, डीएफसी की डिप्टी सीईओ के रूप में काम करने के लिए सीनेट की मंजूरी मिलने से काफी खुश और सम्मानित महसूस कर रही हूं। उन्होंने आगे लिखा, सीनेट में मेरा समर्थन करने वाले कई मित्रों और सहकर्मियों की आभारी हूं… मैं आपको गौरवान्वित करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करूंगी। मुझे प्रतिभाशाली टीम यूएस चैंबर के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है।

निशा इससे पहले यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स में अंतरराष्ट्रीय रणनीति और वैश्विक पहल की वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में काम कर चुकी हैं। बिस्वाल ने वर्ष 2013 से 2017 तक अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक मंत्री के रूप में कार्य किया है, जहां उन्होंने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी की देखरेख की, जिसमें वार्षिक यूएस-इंडिया सामरिक और वाणिज्यिक वार्ता का शुभारंभ शामिल है।

बिस्वाल यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) में एशिया की सहायक प्रशासक भी रही चुकी हैं। इस दौरान उनका पूरे दक्षिण, मध्य और दक्षिणपूर्व एशिया में यूएसएआईडी के कार्यक्रमों और संचालनों का निर्देशन और पर्यवेक्षण करना था। उन्होंने कैपिटल हिल में भी एक दशक से अधिक समय बिताया है। जहां उन्होंने विनियोग के साथ-साथ पेशेवर कर्मचारी के रूप में राज्य और विदेशी संचालन उपसमिति के साथ-साथ हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (अमेरिकी कांग्रेस का निम्न सदन) में विदेश मामलों की समिति के स्टाफ निदेशक के रूप में काम किया है।

बिस्वाल स्वैच्छिक विदेशी सहायता के लिए सलाहकार समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही हैं और नेशनल डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूट और यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस इंटरनेशनल एडवाइजरी काउंसिल के बोर्ड में शामिल हैं।



Source link

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *