Pakistan: पाकिस्तान में परमाणु बम ठिकाने के पास विस्फोट, घटनास्थल से 50 किलोमीटर दूर तक दिखा असर

Pakistan: पाकिस्तान में परमाणु बम ठिकाने के पास विस्फोट, घटनास्थल से 50 किलोमीटर दूर तक दिखा असर



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– फोटो : Social Media

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पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा गाजी खान जिले में विस्फोट हुआ है। यह विस्फोट परमाणु ठिकाने के पास हुआ है। अभी तक इसके कारणों का पता नहीं चला है। साल 2012 में तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों ने इस परमाणु ठिकाने को उड़ाने की धमकी दी थी। पाकिस्तान ने डेरा गाजी में ही यूरेनियम का भंडार भी बनाया हुआ है। यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा परमाणु केंद्र बताया जाता है।

सूत्रों का कहना है कि यह विस्फोट परमाणु ठिकाने के अंदर हुआ है, वहीं पाकिस्तानी मीडिया इसका खंडन कर रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि यह पाकिस्तान की विस्फोट को छिपाने की कोशिश है। एक्स पर एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें विस्फोट के बाद गाड़ियां भागती हुई दिख रही हैं। कई लोगों ने ट्वीट कर परमाणु ठिकाने के पास विस्फोट की पुष्टि की है। पाकिस्तान का डेरा गाजी इलाका टीटीपी आतंकियों का गढ़ माना जाता है।

विस्फोट नहीं, बल्कि सोनिक बूम : अधिकारी

डेरा गाजी खान के कमिश्नर नासिर महमूद ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो बयान में कहा कि पंजाब प्रांत में जोरदार विस्फोट की आवाज सोनिक बूम के कारण हो सकती है क्योंकि बमबारी की घटना या तोड़फोड़ की कोई सूचना नहीं है। हालांकि, एक्स पर प्रसारित वीडियो में लोगों को क्षेत्र खाली करते हुए दिखाया गया, जबकि बचाव दल और पुलिस कर्मी इधर-उधर भागते देखे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि डीजी खान या आसपास के इलाकों में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। महमूद ने कहा कि शोर संभवतः ध्वनि अवरोध के टूटने के कारण हुआ था, ऐसी घटनाएं सामान्य हैं।

पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार

इसी साल सितंबर माह में अमेरिका के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि पाकिस्तान के पास अभी करीब 170 परमाणु हथियारों का भंडार है, जो वर्तमान विकास दर से 2025 तक बढ़कर 200 हो जाएंगे। बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स में प्रकाशित न्यूक्लियर नोटबुक शीर्षक के लेख में वैज्ञानिकों ने कहा था कि हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान के पास अब करीब 170 परमाणु हथियार हैं। अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने 1999 में अनुमान लगाया था कि पाकिस्तान के पास 2020 तक 60-80 परमाणु हथियार हो जाएंगे लेकिन तब से कई नई हथियार प्रणालियों के विकसित होने से यह आंकड़ा आगे बढ़ गया है। 

न्यूक्लियर नोटबुक कॉलम, 1987 से एटॉमिक साइंटिस्ट बुलेटिन में प्रकाशित किया गया था। लेख के अनुसार, यह अनुमान अनिश्चित है क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से अपने परमाणु हथियारों की ज्यादा जानकारी प्रकाशित नहीं की जाती है। अनुमान के लिए मीडिया रिपोर्ट्स, थिंक टैंक विश्लेषण और उद्योग प्रकाशन शामिल हैं। साथ ही सैटेलाइट तस्वीरों का भी विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान फिलहाल हर साल 14-27 नए हथियारों को बनाने लायक मैटेरियल का उत्पादन कर रहा है, लेकिन फिलहाल पाकिस्तान सालान औसतन 5-10 परमाणु हथियार बना रहा है। 

पाकिस्तान के 36 मिराज 3/4 और जेएफ17 विमान परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। साथ ही भूमि आधारित बैलिस्टिक मिसाइलें जिनमें अब्दाली, गजनवी, शाहीन, नस्त्र और मध्यम श्रेणी की गौरी  और शाहीन-2 मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं।  



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