राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़
– फोटो : संसद टीवी स्क्रीन ग्रैब
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मणिपुर के मुद्दे पर संसद का मानसून सत्र हंगामेदार चल रहा है। शुक्रवार को भी हंगामे के साथ राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चल रही थी लेकिन तभी टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कुछ ऐसा कर दिया, जिससे सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने तुरंत राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
सांसद के बीच में बोलने से नाराज हुए सभापति
दरअसल मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत विपक्ष के 47 सांसदों ने नोटिस दिया था। विपक्षी सांसद मांग कर रहे थे कि सूचीबद्ध मुद्दों को निलंबित कर मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की जाए। इस पर सभापति धनखड़ ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि उच्च सदन में सांसदों के व्यवहार को दुनिया देखती है। सभापति जब बोल रहे थे, तभी टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की मांग की। इससे सभापति धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने टीएमसी सांसद से बात सुनने को कहा।
टीएमसी सांसद पर बरसे सभापति
सभापति के इतना कहने पर टीएमसी सांसद भड़क गए और उन्होंने बोलना शुरू कर दिया। टीएमसी सांसद तेज आवाज में जब अपनी बात रखने लगे तो सभापति ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि ‘यह आपकी आदत बन गई है कि इस तरह हंगामा करते हैं। आपको आसन का सम्मान करना चाहिए।’ जिस पर टीएमसी सांसद ने मेज पर हाथ मारते हुए तेज आवाज में कहा कि ‘मुझे भी नियम पता हैं।’ इस पर सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने टीएमसी सांसद के व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह से सदन की कार्यवाही नहीं चल सकती। इसके बाद सभापति आसन से खड़े हो गए और राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
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अब राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे फिर शुरू होगी। बता दें कि मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष प्रधानमंत्री से संसद में बयान देने की मांग कर रहा है। वहीं सरकार का कहना है कि वह चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है।