पीएम मोदी।
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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विरासत और विकास दोनों एक साथ चलेंगे। गीता प्रेस विश्व का इकलौता ऐसा प्रिंटिंग प्रेस है जो संस्था नहीं है बल्कि जीवंत आस्था है। गीताप्रेस किसी भी मंदिर से कम नहीं है, इसके नाम में भी गीता है और काम में भी गीता।
कहा कि 100 वर्षों से यह संस्था पूरी मानवता को प्रकाश दे रहा है। धार्मिक पुस्तकों के माध्यम से मार्गदर्शन कर रहा है। हमारी सरकार ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिया है, यह सम्मान गीता प्रेस के 100 वर्षों के विरासत का सम्मान है। मैंने सोशल मीडिया पर गोरखपुर स्टेशन की फोटो डाला तो लोग हैरान हो गए। पीएम ने कहा कि यह गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों लोगों के लिए मंदिर है। यहां गीता का नाम है, इसका मतलब यहां कृष्ण हैं।
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प्रधानमंत्री मोदी, शुक्रवार को गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संतों की सदस्य कभी निष्फल नहीं होती। इसी संकल्प का परिणाम है कि आज हमारा भारत सफलता के नित नए आयाम को छू रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गीता प्रेस ने घर-घर में हमारी संस्कृति और विरासत को पहुंचाया है। गीता प्रेस इस बात का प्रमाण है कि अगर मूल्य व उद्देश्य पवित्र हों तो सफलता पर्याय बन सकती है।
पीएम मोदी ने कहा अपना देश विकास और विरासत दोनों को साथ लेकर चल रहा है। काशी और अयोध्या इसका सटीक उदाहरण हैं।