खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर।
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वनडे क्रिकेटर विश्वकप 2023 इस बार देश में होगा। मंगलवार को जारी कार्यक्रम में मेजबान शहरों की सूची में मोहाली का नाम शामिल नहीं रहा है। इसकी पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कड़ी निंदा की। उन्होंने फैसले को राजनीति से प्रेरित करार दिया है।
मीत हेयर ने कहा कि विश्वकप मैचों की मेजबानी से पंजाब को बाहर करना खुला भेदभाव है, क्योंकि पीसीए स्टेडियम मोहाली के निर्माण के बाद यह पहली बार है कि विश्वकप भारत में आयोजित किया जा रहा है और मोहाली में कोई मैच नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि 1996 और 2011 में विश्वकप सेमीफाइनल मोहाली में खेले गए थे लेकिन इस बार एक लीग मैच की भी मेजबानी नहीं मिली। उद्घाटन और फाइनल मैच के अलावा अहमदाबाद को भारत-पाकिस्तान मैच की भी मेजबानी मिली है।
मीत हेयर ने कहा कि पीसीए स्टेडियम मोहाली न केवल भारत के शीर्ष पांच स्टेडियमों में से एक है बल्कि दुनिया के चुनिंदा स्टेडियमों की सूची में भी आता है। क्रिकेट प्रेमियों की पहली पसंद मोहाली को मेजबान सूची से बाहर करना राजनीति से प्रेरित है। पंजाब के साथ हुए इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भेदभाव का मुद्दा बीसीसीआई के समक्ष उठाएगी। खेल मंत्री ने आगे कहा कि जहां एक ओर मोहाली में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, वहीं शहर में टीमों के ठहरने के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा और पर्याप्त होटल भी हैं। मोहाली में मैच होने से खेल पर्यटन को बढ़ावा मिलना था और खेलों से जुड़े देश और विदेश के पर्यटकों को पंजाब आना था। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलती।