एनडीए की बैठक।
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किसान आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से नाता तोड़ चुके शिरोमणि अकाली दल (शिअद) भले ही मंगलवार को एनडीए की बैठक में शामिल नहीं था लेकिन बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिअद के संस्थापक प्रकाश सिंह बादल को याद किया।
पंजाब में शिअद और भाजपा के बीच 25 साल तक गठबंधन चला लेकिन मंगलवार को दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक का अकाली दल को न्योता नहीं मिला जबकि बैठक में 38 दल शामिल थे। इस बैठक में शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के प्रमुख सुखदेव सिंह ढींडसा शामिल थे। एनडीए की बैठक में शिअद (संयुक्त) के शामिल होने के बाद फिलहाल यह साफ हो गया है कि पंजाब में भाजपा अगले लोकसभा चुनाव में सुखबीर बादल की शिअद नहीं बल्कि सुखदेव सिंह ढींडसा की शिअद (संयुक्त) के साथ गठबंधन कर चुनाव में उतरेगी।
एनडीए की बैठक में भले ही शिअद ने हिस्सा नहीं लिया लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक को संबोधित करते हुए दिवंगत प्रकाश सिंह बादल को याद किया। उन्होंने कहा कि एनडीए की स्थापना में बादल की अहम भूमिका रही। उनके योगदान को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
जानकारी के अनुसार इस बार भाजपा ने पंजाब में सुखदेव सिंह ढींडसा की शिअद (संयुक्त) को एनडीए के घटक के रूप में बैठक में शामिल होने का न्योता भेजा था। वैसे, पंजाब में भाजपा द्वारा नया प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ को बनाए जाने के बाद यह चर्चा तेज हो गई थी कि भाजपा और शिअद के बीच फिर से गठबंधन हो जाएगा। इसे लेकर भाजपा के प्रदेश प्रभारी विजय रूपाणी और शिअद के कुछ नेताओं ने भी संकेत दिए थे लेकिन शिअद के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने साफ कर दिया था कि उनकी पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ रहेगी।