24 से 28 मई तक बरसात और ओलावृष्टि के आसार
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हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर के हिमालयी क्षेत्रों, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में सोमवार और मंगलवार को कहीं भारी तो कहीं बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इन दो दिनों के दौरान उत्तराखंड के ज्यादातर इलाकों में बहुत अधिक भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सोमवार को उत्तराखंड के लिए रेड और कम से कम 20 राज्यों के लिए भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल में भूस्खलन से 452 सड़कें बंद हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार अगले पांच दिनों तक पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होगी। दो दिन मूसलाधार बारिश के बाद उत्तराखंड को कुछ राहत मिलेगी और वर्षा में कुछ कमी आएगी। उत्तराखंड के साथ ही हिमाचल प्रदेश में अगले 24 घंटे के दौरान कई क्षेत्रों में कम से मध्यम स्तर के आकस्मिक बाढ़ आने का भी खतरा बना हुआ है। पश्चिम बंगाल के उपहिमालयी क्षेत्रों, सिक्किम, निकटवर्ती असम और मेघायल के कुछ क्षेत्रों में भी आकस्मिक बाढ़ का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने बताया कि बीते 24 घंटे के दौरान भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश कई जगह भूस्खलन हुआ है, कई पेड़ उखड़ गए हैं और घरों को नुकसान पहुंचा है। इन घटनाओं में एक व्यक्ति को चोट भी लगी है।
हिमाचल : नाचन में फटा बादल, दो की मौत
हिमाचल में भारी बारिश के चलते सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद रहेंगे। वहीं, मंडी जिले के नाचन रविवार को बादल फटने से बाढ़ के साथ आए मलबे में घरों के साथ पार्क की कई गाड़ियां बह गईं। फसलें तबाह हो गईं। हमीरपुर के भोरंज उपमंडल के लज्याणी गांव में एक कच्चा मकान ढह गया। मकान के मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया। वहीं, मंडी के सरकाघाट की गौहर पंचायत में एक व्यक्ति की गोशाला में दबकर मौत हो गई।
उत्तराखंड : चमोली समेत कई जिलों में बारिश
उत्तराखंड में अगले दो दिन भारी बारिश के अलर्ट के बीच रविवार को चमोली सहित कई जिलों में जोरदार बारिश हुई। कई जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा हुई। देहरादून में मौसम खराब होने के कारण प्रयागराज और हैदराबाद से आ रही फ्लाइटों के रूट डायवर्ट करना पड़ा। मलबा आने के कारण प्रदेश में 212 सड़कें बंद हैं। ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग तीन दिन से बंद होने के कारण वाहनों को मसूरी-धनोल्टी से होकर भेजा जा रहा है। टैंकर समेत बड़े वाहन न पहुंचने पर टिहरी में पेट्रोल की किल्लत भी हो गई है। बदरीनाथ हाईवे भी कई जगह मलबा आने के कारण बाधित हुआ। मौसम विभाग ने भारी बारिश से संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और चट्टानों के टूटने से सड़कें बंद होने की संभावना भी जताई है।