राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के कुछ घंटे के बाद ही भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी। इस सूची में भाजपा ने 41 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इन सीटों पर भाजपा ने 7 सांसदों को टिकट देकर चुनाव में प्रत्याशी बनाया है।
इन सांसदों को यहां से मिला टिकट
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को झोटावाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है। इसी तरह दिया कुमारी को विद्याधर नगर, बाबा बालकनाथ को तिजारा, डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को सवाई माधोपुर, भागीरथ चौधरी को किशनगढ़, देवजी पटेल को सांचोर और नरेंद्र कुमार खींचड़ को मंडावा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। आइए, अब भाजपा के इन प्रत्याशियों के बारे में जानते हैं…।
भाजपा के सांसद उम्मीदवार जो अब बन सकते हैं विधायक, उनके बारे में जानिए…
सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़: भाजपा ने सांसद राठौड़ को जयपुर की झोटावाड़ा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। राठौड़ जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से सांसद और कंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री भी हैं। इनका जन्म 29 जनवरी 1970 को जैसलमेर में हुआ था। राठौड़ पूर्व निशानेबाज भी रहे हैं।
सांसद दिया कुमारी: भाजपा ने इन्हें विद्याधर नगर सीट से प्रत्याशी बनाया है। ये सीट भी जयपुर जिले में आती है। दिया कुमारी का जन्म जयपुर में हुआ था। वे राजसमंद सीट से सांसद हैं। इससे पहले वे सवाई माधोपुर से विधायक भी रह चुकी हैं। जयपुर की राजकुमारी दिया जयपुर के महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं। 10 सितंबर 2013 को राजनीतक सफर की शुरुआत करते हुए दिया भाजपा में शामिल हुईं थीं।
सांसद बाबा बालकनाथ: विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बाबा को तिजारा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। ये राजस्थान के अलवर जिले की सीट है। बालकनाथ वर्तमान में अलवर लोकसभा सीट से सांसद और बाबा मस्त नाथ विश्वविद्यालय के चांसलर भी हैं। वह नाथ संप्रदाय के आठवें प्रमुख महंत हैं। बाबा बालकनाथ का जन्म 16 अप्रैल 1984 को कोहराणा गांव में हुआ था।
सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा: राज्यसभा सांसद मीणा को भाजपा ने सवाई माधोपुर सीट से टिकट दिया है। मीणा किसान छवि के नेता हैं, पूर्वी राजस्थान में उनकी पकड़ मजबूत है। इसी का नतीजा है कि उन्हें प्रदेश में ‘बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है। किरोड़ी लाल मीणा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर कई बार विधायक और सांसद बन चुके हैं। एक ये भाजपा से अलग होकर पीए संगमा की पार्टी राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा ) में शामिल भी हो गए थे, लेकिन सफलता नहीं मिली। एक बार दौसा से निर्दलीय चुनाव लड़क सांसद भी बन चुके हैं। 71 साल के सांसद मीणा का जन्म 3 नवंबर 1951 को दौसा में हुआ था।
सांसद भागीरथ चौधरी: भाजपा ने सासंद चौधरी को किशनगढ़ सीट से प्रत्याशी बनाया है। ये विधानसभा सीट अजमेर जिले में आती है। भागीरथ अजमेर लोकसभा सीट से सांसद हैं। राजस्थान 2013 विधानसभा चुनाव में वे किशनगढ़ सीट से विधायक भी रह चुके हैं। भाजपा ने पुरानी सीट से ही भागीरथ को एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है। उनका जन्म 16 जून 1954 को हुआ था।
सांसद देवजी पटेल: सांचोर विधानसभा सीट से भाजपा ने पटेल को प्रत्याशी बनाया है। ये सीट जालोर जिले में आती है। देवजी पटले जालोर सिरोही संसदीय क्षेत्र से तीसरी बार सांसद हैं। वे 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में लगातार जीते हैं। 47 साल के देवजी पटेल को देवजी भाई एम पटेल के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म 24 सितंबर 1976 को जालौर के जाजुसन सांचोर में हुआ था।
सांसद नरेंद्र कुमार खीचड़: भाजपा ने मंडावा सीट से नरेंद्र को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है। ये सीट प्रदेश के झुंझुनूं जिले में आती है। नरेंद्र वर्तमान में लोकसभा सीट झुंझुनूं से ही सांसद हैं। नरेंद्र अपने क्षेत्र में ‘प्रधानजी’ के नाम से लोकप्रिय हैं। नरेंद्र 2004 में भाजपा में शामिल हुए थे। 2008 में चुनाव लड़े, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2013 में भाजपा ने टिकट नहीं तो निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कर विधायक बने। इसके बाद फिर भाजपा का दामन थाम लिया। 2018 में भी विधानसभा चुनाव जीते।
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