पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट।
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राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जारी कांग्रेस की दूसरी सूची पर सीएम अशोक गहलोत की छाप पूरी तरह नजर आई। सूची में ज्यादातर नाम वही है जो गहलोत के समर्थक माने जाते हैं। सचिन पायलट कैंप के लिए यह सूची निराशाजनक कही जा सकती है। क्योंकि, जिन निर्दलीय विधायकों का पायलट कैंप लगातार विरोध करता रहा उनमें से 5 विधायकों को इस सूची में टिकट दिए गए हैं। पायलट यह कहते हुए विरोध करते रहे कि ये निर्दलीय विधायकों कांग्रेस के प्रत्याशी को हराकर विधानसभा पहुंचे हैं।
2018 के चुनाव में सिरोही से जीवन राम, दूदू से रितेश बैरवा, बस्सी से दौलत सिंह मीणा, महुआ से अजय कुमार, मारवाड़ जंक्शन से जस्सा राम राठौर को कांग्रेस ने टिकट दिया था। वहीं, अब कांग्रेस की दूसरी सूची में सिरोही से संयम लोढ़ा, दूदू से बाबूलाल नागर, बस्सी से लक्ष्मण मीणा और महुआ से ओम प्रकाश हुडला, मारवाड़ खुशबीर सिंह टिकट दिया गया है।
पहली सूची में तीन समर्थकों को मिला था टिकट
कांग्रेस की पहली सूची में पायलट गुट के तीन नेताओं को जगह मिली थी। इनमें इंद्रराज सिंह गुर्जर को विराट नगर, राम निवास गावड़िया को परबतसर और मुकेश भाकर को लाडनूं विधासभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। सचिन पायलट खुद टोंक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
15 मंत्रियों को भी दिया टिकट
गोविंद राम मेघवाल, डॉ बीडी कल्ला, प्रताप सिंह खाचरियावास, विश्वेंद्र सिंह, प्रसादी लाल मीना, उदय लाल, प्रमोद जैन भाया, शकुंतला रावत, रामलाल जाट, सुखराम विश्नोई, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र यादव, विश्वेंद सिंह, मुरारी लाल मीणा मंत्री और भजन लाल जाटव को उम्मीदवार बनाया गया है।
कांग्रेस ने 76 सीटों पर उतारे प्रत्याशी
कांग्रेस अब तक दो सूची जारी कर चुकी है। शनिवार को आई पहली सूची में 33 और रविवार को आई दूसरी सूची जारी में 43 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया गया है। यानी, कांग्रेस अब तक 200 में से 76 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है।