ओसीएफ रामलीला के मंचन का पूर्वाभ्यास करते कलाकार
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शाहजहांपुर में ओसीएफ रामलीला गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल है। इसमें पैट्रिक दास दशरथ तो अरशद परशुराम का किरदार निभाते हैं। ओसीएफ मैदान पर वर्ष 1965 से रामलीला का मंचन शुरू हुआ। तब से लेकर आज तक रामलीला मंचन की पूरी व्यवस्था ओसीएफ फैक्टरी प्रबंधन की ओर से की जाती है। ज्यादातर कलाकार भी ओसीएफ फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारी ही हैं। मंचन में करीब 120 कलाकार हिस्सा लेते हैं। इस साल भी 15 अक्तूबर से रामलीला का मंचन शुरू होगा। इसे लेकर लगातार पूर्वाभ्यास जारी है।
कनिष्ठ कार्य प्रबंधक पैट्रिक दास 32 वर्षों से कर रहे अभिनय
ईसाई धर्म से नाता रखने वाले पैट्रिक दास दशरथ और रावण के साधु स्वरूप का किरदार करीब 32 वर्षों से निभाते चले आ रहे हैं। वह ओसीएफ फैक्टरी में कनिष्ठ कार्य प्रबंधक के पद पर तैनात हैं। उन्होंने 1991 में विभीषण और मारीच का किरदार निभाया था। इसके साथ ही मेघनाद और लंकेश का किरदार भी निभा चुके हैं। वह बताते हैं कि 1991 में रामलीला मैदान में स्टॉल लगाया था, तभी मंचन देखकर खुद भी अभिनय करने का निर्णय लिया। बालकिशन के माध्यम से मंचन में शामिल हुए।
रावण की भूमिका निभाने वाले अंकित हैं निर्देशक
ओसीएफ फैक्टरी में टीएचएस अंकित सक्सेना 13 वर्षों से रावण का किरदार निभाते आ रहे हैं। इसके साथ ही वह भगवान शंकर की भूमिका में भी नजर आते हैं। अंकित बताते हैं कि वह 19 वर्ष से ओसीएफ रामलीला से जुड़े हुए हैं और 10 वर्ष से निर्देशन भी कर रहे हैं। कोशिश रहती है हर साल रामलीला का मंचन और बेहतर हो।