रामपुर में हुई घटना की जानकारी देते एसपी राजेश द्विवेदी
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शहजादनगर थाना क्षेत्र के चमरौवा गांव निवासी शादाब (25) की हत्या उसके ही छोटे भाई आसिम ने सुपादी देकर कराई थी। आसिम ने गांव के ही अपने तीन दोस्तों को 10 लाख की सुपारी दी थी, जिसमें से एक लाख रुपये एडवांस भी दिए थे। सोमवार को पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए एक लाख रुपये की रकम में से 63 हजार रुपये और हत्या में प्रयुक्त चाकू और मृतक का मोबाइल भी बरामद कर लिया।
गला काटकर हत्या की गई
चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया। शहजादनगर थाना क्षेत्र के चमरौवा गांव निवासी शादाब का शव शनिवार सुबह क्षेत्र के चमरपुरा गांव के पास रेलवे क्राॅसिंग के निकट खेत में मिला था। उसकी गला काटकर हत्या की गई थी। साथ ही उसके पेट पर भी धारदार हथियार से वार किया गया था।
तफ्तीश में पूरी कहानी बदल गई
इस मामले में शादाब के भाई आसिम ने गांव के ही इमरान उर्फ दंडी बाबा पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि, पुलिस का शक था कि कहानी कुछ और है। इसलिए जब तफ्तीश की तो पूरी कहानी बदल गई। पुलिस ने गांव के ही तीन युवकों को पकड़कर पूछताछ की तो घटना का खुलासा हो गया।
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि चमरौवा के मेडिकल स्टोर की सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि मृतक शादाब को इमरान उर्फ दंडी बाबा अपने साथ बाइक पर ले गया था। इसके बाद उसने गांव के ही अपने दो साथियों के साथ मिलकर क्रॉसिंग के पास उसकी हत्या कर दी।
63 हजार रुपये बरामद किए
पुुलिस ने गांव के ही रिजवान उर्फ टार्जन, विक्की, इमरान उर्फ दंडी बाबा को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे 63 हजार रुपये बरामद किए हैं। तीनों से पूछताछ की तो पता चला कि आसिम उर्फ मुन्ना ने सुपारी देकर भाई की हत्या कराई थी। एसपी ने बताया जब मुख्य आरोपी आसिम से पूछताछ की तो उसने जुर्म कुबूल कर लिया।
पैतृक संपत्ति बनी हत्या का कारण
एसपी ने बताया कि मृतक शादाब के पास पैतृक संपत्ति थी। शादाब अपने भाई को हिस्सा नहीं दे रहा था। शादाब गांव में ही दुकानें बनवा रहा था, उसमें वह उसे हिस्सा नहीं दे रहा था। साथ ही शादाब आसिम को बाइक चलाने भी नहीं देता था। इससे वह नाराज था और उसने भाई की हत्या की दस लाख की सुपारी दे दी। एडवांस के तौर पर उसने एक लाख रुपये भी आरोपियों को दिए। उसमें से 63 हजार की धनराशि आरोपियों से मिल गई।
हत्या के बाद चाकू व फोन तालाब में फेंका
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शादाब की हत्या के बाद हत्या में प्रयुक्त चाकू को गांव के ही तालाब में फेंक दिया था। इसके अलावा शादाब का मोबाइल भी तालाब में फेंक दिया। पूछताछ के बाद पुुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर तालाब में जाल डलवाकर मोबाइल व चाकू बरामद कर लिया।
आरोपियों ने खर्च कर दिए 37 हजार रुपये
हत्यारोपियों ने दो दिन में 37 हजार रुपये उड़ा दिए। शादाब की हत्या का सौदा उसके भाई आसिम ने दस लाख रुपये में किया था, जिसमें से एक लाख रुपये हत्या से पहले दिया था। एक लाख रुपये में से 63 हजार पुलिस ने बरामद कर लिए, जबकि 37 हजार रुपये आरोपियों ने खर्च कर दिए थे। लोगों ने चंद घंटे के भीतर ही उड़ा दिए।