संभल के जिला अस्पताल में पर्ची बनवाने के लिए लगी लाइन
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जिले में डेंगू और बुखार की चपेट में आकर 10 लोगों की मौत हो गई। जान गंवाने वालों में से पांच लोग डेंगू पीड़ित थे, जबकि पांच लोगों ने बुखार की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। डेंगू और बुखार से मौत का सिलसिला नहीं थमने से लोगों में दहशत है। चंदौसी के मोहल्ला हाथीखाना निवासी रुचि वार्ष्णेय (35) को तीन दिन पहले बुखार आया था।
शुक्रवार की सुबह रुचि की सांसें थम गईं। परिजनों ने बताया कि जांच में रुचि के डेंगू पीड़ित होने की पुष्टि हुई थी। चंदौसी में ही मयूर विहार कॉलोनी निवासी आशीष (25) को चार दिन पहले बुखार आया था। शुक्रवार को जांच में डेंगू की पुष्टि हुई और शनिवार की शाम आशीष की मौत हो गई।
चंदौसी के नजदीकी गांव जनेटा निवासी शमीम जहां (30) को एक हफ्ते से बुखार आ रहा था। परिवार के लोगों ने बताया कि जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी। उपचार के लिए मुरादाबाद ले जाया गया था, जहां शमीम जहां की मौत हो गई। इसी गांव की रहने वाली पूनम (26) की जांच में भी डेंगू की पुष्टि हुई थी।
शनिवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके अलावा असमोली ब्लॉक क्षेत्र के गांव सैदपुर जयराम निवासी इक्लेश सिंह के 13 वर्षीय बेटे बृजेश कुमार की भी डेंगू से मौत हो गई। जिले के गांव हरिपुर मिलक में सूरजमुखी (58), मुन्नू सिंह (45) और वीरवती देवी (65) बुखार से मौत हो गई।
इसके अलावा गांव फत्तेहपुर सराय निवासी बिजेंद्र को दो दिन पहले बुखार आया था। शनिवार की सुबह घर पर ही उनकी मौत हो गई। संभल के निजी अस्पताल में नूरजहां (55) ने भी बुखार के चलते दम तोड़ दिया। उन्हें तीन दिन से बुखार आ रहा था।