गोरखपुर सावन 2023
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भगवान शिव के प्रिय सावन मास की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ रहा है वहीं अंतिम सोमवार 28 अगस्त को होगा। आठ सोमवार के साथ सावन मास का समापन 31 अगस्त को होगा। 19 वर्ष बाद भक्त 59 दिनों तक महादेव की भक्ति में लीन रहेंगे।
ज्योतिर्विद पंडित नरेंद्र उपाध्याय ने बताया कि सावन में शिवालयों में स्थापित, प्राण प्रतिष्ठित शिवलिंग या धातु से निर्मित शिवलिंग का गंगाजल व दुग्ध से रुद्राभिषेक करें। यह शिव को अत्यंत प्रिय है। वहीं उत्तरवाहिनी गंगाजल, पंचामृत का अभिषेक भी महाफलदायी है। कुशोदक (ऐसा जल, जिसमें कुश घास की पत्तियां डाली गई हों) से व्याधि शांति, जल से वर्षा, दही से पशुधन, गन्ने के रस से लक्ष्मी, मधु से धन, दूध से संतान की सुख समृद्धि और एक हजार मंत्रों सहित घी की धारा से भगवान शिव का अभिषेक करने से पुत्र व यश की वृद्धि होती है।
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