Sawan Special: त्रिलोचन महादेव के कुंड में न पानी भरा जाता है..न कोई स्रोत है
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
वैसे भगवान शिव के हर मंदिर की अपनी कुछ न कुछ कहानी होती है, लेकिन बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से सटे जौनपुर जिले में स्थित त्रिलोचन महादेव की कहानी बड़ी ही रोचक है है। यहां के कुंड का पानी कभी सूखता नहीं है। आश्चर्य की बात तो यह कि इस कुंड में न तो कभी पानी भरा जाता है और न ही पानी आने का कहीं से रास्ता है, बावजूद इसके कुंड में जेठ की दुपहरी में भी पानी भरा रहता है।
यह भी पढ़ें-
जौनपुर शहर से महज 22 किमी की दूरी पर वाराणसी-सुल्तानपुर हाइवे के किनारे जलालपुर से थोड़ा आगे स्थित इस शिव मंदिर से लोगों की आस्था काफी प्रगाढ़ है। यहां के पुजारी मुरली गिरी बताते हैं कि शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि यहां पर शिवलिंग कहीं से लाया नहीं गया, बल्कि स्वयं महादेव सात पाताल को भेदकर यहां विराजमान हुए हैं। स्कंद पुराण में इस शिवलिंग का उल्लेख है। मंदिर रहस्यमयी गाथाओं को समेटे हुए है। मंदिर के बाहर स्थित कुंड का पानी कभी सूखता नहीं है।