श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में अब कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में लड्डू गोपाल का जन्मदिवस हर्षोल्लास से मनाने के लिए शहरवासियों में उत्साह है। कान्हा जी के वस्त्रों से लेकर सजावट के सामान की काफी रेंज आई हुई हैं। दुकानदारों का कहना है कि ग्राहकों के उत्साह को देखते हुए कान्हा जी के स्नान के लिए बाथटब आया है।
इसके अलावा हर्बल पाउडर भी ग्राहक खूब खरीद रहे हैं। जन्माष्टमी का त्योहार सात सितंबर को मनाया जाएगा। इसके लिए कान्हा से जुड़ी सामग्री को लेकर बाजार पूरी तरह से सज गया है। जन्माष्टमी की खरीदारी के लिए बाजारगंज, लाइनपार, नवीन नगर, हरथला बाजार, अमरोहा गेट, टाउनहॉल पर ग्राहकों की भीड़ है।
दुकानदारों ने दुकानों के बाहर काउंटर भी भगवान श्रीकृष्ण की पोशाक, झूले, पालना व अन्य सामान से सजाए हैं। तरह-तरह से सजी लड्डू गोपाल की मूर्ति दुकानों की शोभा बनी हैं। सुबह से लेकर शाम तक जन्माष्टमी के लिए खरीद होती रहती है। अमरोहा गेट पर दुकानदार विपिन गुप्ता का कहना है कि लड्डू गोपाल की पोशाकें आदि चीजें मथुरा, वृंदावन से आई हैं।
जिनकी कीमत 20 से लेकर 500 रुपये तक है। बाजार गंज में दुकानदार अनिल अग्रवाल का कहना है कि गोटा, नगर, मोती व अन्य चीजों से ठाकुरजी की पोशाक सजी हुई हैं। झूले भी छोटे-बड़े साइज में हैं। वेलवेट, मीनाकारी, वुडन के झूले हैं। कई तरह की मालाएं भी हैं।
दुकानों पर सजा ठाकुरजी का सामान
ठाकुरजी का बाथटब, मोर झड़ी, पायदान, सिंघासन, पालना, छतरी, मुकुट, चारपाई, बेड, बिस्तर, चंदन, इत्र, मोरमुकुट, जरकिन के हार, कड़े, कुंडल, पायजेब, पोशाक जरी की, साटन की, मोती दबका वर्क, ठाकुर जी के लंगोट, नेकर, झूला, सोफा कम बेड, बेडशीट, पंखा, कूलर, हर्बल पाउडर, जैल, माखन-मटकी, फूल बंगला, बाल, प्लास्टिक और सीप की आंखें, माला, पायजेब आदि हैं।