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सिंगापुर की एक अदालत ने मंगलवार को भारतीय मूल के व्यक्ति को 21 महीने से अधिक जेल की सजा और 5,000 डॉलर यानी 305627 रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश दिया है। एक भारतवंशी व्यक्ति ने कोरोनाकाल में अपने दोस्तों के साथ शराब पी। बाद में नशे में धुत होकर लड़ाई की। झगड़ा बढ़ने पर शख्स ने अपने दोस्त को ट्रक से घसीट दिया।
तीन साल पहले की घटना
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 41 वर्षीय प्रदीप राम पर एक पुलिस अधिकारी को धमकी देने और दूसरे अधिकारी को अपशब्द कहने का भी आरोप लगा था। बता दें, घटना साल 2020 की है। उस दौरान आरोपी के खून में शराब की निर्धारित सीमा से दोगुना अधिक पाई गई थी, जिसके बाद उसे 10 साल के लिए गाड़ी चलाने से अयोग्य घोषित कर दिया था। अब उसे 21 महीने और दो सप्ताह जेल की सजा सुनाई गई।
राम पर चार आरोप लगाए गए थे, जिसमें उसे दोषी ठहराया गया है। इनमें से एक मामला खतरनाक ड्राइविंग के कारण गंभीर चोट पहुंचाने का था और दूसरा एक पुलिस अधिकारी के प्रति अपमानजनक शब्दों का उपयोग करने का था।
यह है मामला
उप लोक अभियोजक टिमोथियस कोह ने बताया कि 24 मई, 2020 को रात करीब नौ बजे राम और उसका दोस्त प्रवीण एक अन्य दोस्त के घर पर रात का खाना खाने और शराब पीने के लिए मिले थे। उस समय सिंगापुर में कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए कई कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे। इन प्रतिबंधों के बावजूद यह लोग एक जगह एकत्र हुए।
रात में पार्टी करने के बाद सुबह करीब पौने पांच बजे राम और प्रवीण घर से निकल गए। राम ने प्रवीण से कहा कि वह अपने ट्रक से उसे घर छोड़ देगा। ट्रक चोआ चू कांग हाउसिंग एस्टेट में एक कार पार्क में खड़ा था। कार पार्क में पहुंचते ही नशे में धुत दोनों आपस में झगड़ने लगे। झगड़ा इतना बढ़ गया कि दोनों ने एक-दूसरे को मारना शुरू कर दिया। करीब एक घंटे बाद, प्रवीण कार पार्क में सड़क के किनारे पर लेट गया। इसके बाद राम ने ट्रक को खतरनाक तरीके से चलाना शुरू कर दिया।
राम नशे में इतना धुत था कि ट्रक चलाते समय उस होश नहीं रहा और वह सड़क पर सामानों से टकराता चला गया। बाद में, राम गाड़ी चलाकर उस जगह पहुंच गया जिस पर प्रवीण लेटा हुआ था और बिना धीमे या रुके उस पर गाड़ी चला दी। प्रवीण के कपड़े ट्रक में फंस गए और वह सड़क पर घसीटता हुआ चला गया। ट्रक ने कार पार्क का एक चक्कर लगाया और गेट पर रुक गया।
बाद में, जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रवीण को अस्पताल भेजा। प्रवीण को कई गंभीर चोटें आईं। पुलिस ने अपराधी से पूछताछ की तो उसने आक्रामक तरीके से व्यवहार किया। इस दौरान उसने कई अश्लील बातें कीं। साथ ही एक पुलिस अधिकारी के प्रति धमकी भरे और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।