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– फोटो : amar ujala
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स्थानीय थाना क्षेत्र में सलैयाडीह ग्राम में रविवार की रात सराफा व्यापारी के पुत्र ने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव पंखे के सहारे फंदे पर लटकता मिला। आत्महत्या से पहले उसने इंस्टाग्राम पर गुड बाय भी लिखा। यू ट्यूब पर आत्महत्या करने के तरीके भी सर्च किए थे। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। पुलिस शव कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है।
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सलैयाडीह ग्राम पंचायत निवासी संजीव कुमार कांसकार उर्फ गुजराती सेठ सराफा के व्यापारी हैं। बैंक रोड पर उनका मकान है। उनका बड़ा पुत्र सनीश (17) दुद्धी में इंटर का छात्र था। संजीव कुमार ने बातया कि रोज की तरह सनीश शनिवार की सुबह दुकान खोलने गया था। दोपहर में वह घर आया। इसके बाद अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लिया। शाम सात बजे तक भी जब वह बाहर नहीं आया तो परिजन उसे बुलाने पहुंचे। काफी देर तक दरवाजा पीटने पर भी कोई उत्तर नहीं मिला। उसके नंबर पर लगातार घंटी बजने के बावजूद फोन रिसीव नहीं हो रहा था। परेशानहाल परिजन दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो दृश्य देख सन्न रह गए। कमरे में पंखे के सहारे रस्सी के फंदे पर सनीश का शव लटक रहा था। सूचना पाकर लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और छानबीन की। जांच में सनीश के इंस्टाग्राम एकाउंट पर दोपहर करीब डेढ़ बजे आखिरी पोस्ट में गुड बाय वर्ल्ड लिखा था। मोबाइल के यू ट्यूब की हिस्ट्री में आत्महत्या करने के तरीकों के बारे में सर्च किया गया था। विंढमगंज थाना प्रभारी श्याम बिहारी ने बताया कि पोस्टमार्टम कराया गया है। किशोर ने किन परिस्थितियों में यह कदम उठाया, स्पष्ट नहीं हो पाया है। छानबीन की जा रही है।
बेटे की हर इच्छा पूरी करते थे पिता, आत्महत्या के कदम से सकते में
सलैयाडीह गांव निवासी इंटर के छात्र सनीश के आत्महत्या की घटना से लोग सकते में हैं। जवान बेटे की मौत के बाद माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। अपने बेटे की हर इच्छा पूरी करने वाले पिता नहीं समझ पा रहे कि आखिर सनीश ने यह कदम क्यों उठाया।
सराफा व्यापारी संजीव कुमार के तीन संतानों में सनीश सबसे बड़ा था। बड़ा पुत्र होने के नाते वह काफी लाड़-प्यार में रहा। पिता उसकी हर जरुरतों का ध्यान रखते थे। उसकी छोटी-बड़ी हर इच्छा पूरी करते थे। हाल ही में सनीश ने अपने कमरे को नए तरीके से सजाने को कहा था। इसके लिए खुद से उसने छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से कारीगर बुलाए थे। यह काम अभी चल ही रहा था। रविवार की दोपहर में दुकान से लौटने के बाद उसने मां से चाय बनवाकर पीया। उनके साथ बैठकर सामान्य रूप से बातचीत भी की। इसके बाद वह बाजार गया और वहां से रस्सी लेकर आया फिर कमरे में चला गया। परिजनों को लगा कि वह रोज की तरफ पढ़ाई कर रहा होगा या सोने गया होगा, लेकिन देर शाम दरवाजा तोड़कर अंदर घुसने के बाद का दृश्य देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बेटे की मौत से मां सदमे में है। पिता का भी रो-रोकर बुरा हाल है। घटना से कस्बे के व्यापारी व अन्य लोग भी गमजदा हैं।