Atiq Ahmed lawyer Vijay Mishra
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माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के बाद बाकी परिवार मुकदमों की पैरवी और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए पैसों की कमी से जूझ रहा है। इसी वजह से अतीक के परिवार की महिला सदस्य के साथ वकील विजय मिश्र किसी बेनामी जमीन का सौदा करने लखनऊ आया था।
इसकी पुख्ता सूचना मिलने पर प्रयागराज पुलिस ने एसटीएफ से संपर्क साधा, जिसके बाद विजय मिश्र को गोमतीनगर के विभूति खंड इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि इस दौरान अतीक के परिवार की महिला सदस्य फरार होने में कामयाब हो गई।
शनिवार रात विजय मिश्र की गिरफ्तारी के बाद प्रयागराज पुलिस उसे अपने साथ लेकर चली गई। प्रयागराज पुलिस के मुताबिक विजय मिश्र राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में वांछित चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक गुजरात की साबरमती जेल से जब अतीक उमेश पाल की हत्या की साजिश रच रहा था, तब विजय मिश्र लगातार उसके संपर्क में था।
उसे इस साजिश की पूरी जानकारी थी। विजय मिश्र पर उमेश पाल की लोकेशन की जानकारी देने का भी आरोप है। बताते चलें कि उमेश पाल की हत्या के बाद विजय मिश्र लगातार विवादों में बना रहा। उसने अशरफ के एक गोपनीय पत्र के बारे में भी जानकारी दी थी, हालांकि यह कभी सामने नहीं आया। अधिकारियों के मुताबिक उमेश की हत्या के बाद भी अतीक ने फेसटाइम के जरिए विजय मिश्र से बात की थी।