छात्र ने की खुदकुशी
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मम्मी, मेरी कोई गलती नहीं थी। टीचर ने भी मुझे ही डांटा। दूसरे छात्र को कुछ नहीं कहा। मुझे बुरा भला कहा और मेरा आई कार्ड छीन लिया। मेरे कोचिंग सेंटर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। मैं पढ़ नहीं पा रहा हूं मम्मी। मैं कैसे आपका, मामा और भाइयों का सपना पूरा करुंगा। मम्मी मैं इंजीनियर बना चाहता हूं।
यह बातें छात्र ने आत्महत्या करने से पहले अपनी मां से फोन पर कहीं थीं। करीब तीन घंटे तक दोनों के बीच बातचीत हुई। मम्मी ने बेटे की हिम्मत बांधने की हर संभव कोशिश की लेकिन वह हार गया। रामपुर के टांडा थाना क्षेत्र के फैजुल्ला नगर निवासी कृष्णा कुमारी ने बताया कि दो माह पहले बहादुर सिंह का कोटा के पीडब्ल्यू कोचिंग सेंटर में दाखिला कराया था।
बेटा बहुत खुश था। एक सप्ताह पहले क्लास रूम में एक छात्र से बहादुर का झगड़ा हो गया था। टीचर से इस मामले की शिकायत की। तब टीचर ने उसे ही डांटा था। इसके बाद बहादुर का आई कार्ड छीन लिया था।
उसके कोचिंग में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इसकी जानकारी मिलने पर बड़ा भाई जयभीम कोटा पहुंचा और उसने कोचिंग सेंटर स्टाफ से बात की थी लेकिन बहादुर का आईकार्ड वापस नहीं किया था। तब जयभीम भी वापस आ गया था।