सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश की संभल सीट से लोकसभा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। बुखार और बैचेनी की वजह से उन्हें मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सपा नेता और सबसे बुजुर्ग सांसद डॉ. बर्क की हालत में सुधार है।
उन्हें चिकित्सकों ने टाइफाइड की समस्या बताई है। हालत में सुधार के बाद आईसीयू से सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया है। सांसद के पोते व कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र के विधायक जियाउर्रहमान बर्क ने बताया कि अचानक तेज बुखार के साथ ही घबराहट हो गई थी।
मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत को देखते हुए आईसीयू में भर्ती कर लिया गया था। अब सेहत में पूरी तरह सुधार है और सामान्य वार्ड में उपचार चल रहा है। शनिवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद है।
मालूम हो डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन में उनकी प्रशंसा की थी।
फलस्तीन का कर रहे समर्थन
सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने इस्राइल और फलस्तीन के बीच हो रहे युद्ध के रोके जाने की पैरवी करने के लिए केंद्र सरकार से अपील की है। कहा है कि भारत विदेश नीति के तहत हमेशा से फलस्तीन का समर्थन करता रहा है। इस बार भी फलस्तीन का समर्थन होना चाहिए।
बुधवार को सांसद ने अपने आवास पर मीडियाकर्मियों से कहा कि इस्राइल ने फलस्तीन के साथ जुल्म किया है। वर्षों से जुल्म करता आ रहा है। अब गाजा पट्टी को तबाह करना चाहता है। दुनिया तमाशा देख रही है। यह जुल्म दुनिया का मुसलमान देख रहा है।
इस जुल्म को अब दुनिया का मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि यह जंग नहीं रुकी तो विश्व युद्ध हो सकता है और इससे दुनिया का नुकसान होगा। सांसद ने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह ने भी हमेशा फलस्तीन का समर्थन किया।
फलस्तीन कमजोर है और इस्राइल हमेशा से जुल्म करता रहा है। इसलिए भारत सरकार को चाहिए कि इस युद्ध को रोके जाने के लिए पैरवी करें और फलस्तीन के हक में खड़े हो जाएं।