अहमद हमीद।
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कांग्रेस अपने प्लान बी के तहत एक के बाद एक अल्पसंख्यक नेताओं को अपने पाले में करने में जुटी है। इमरान मसूद के बाद अब सोमवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री नवाब कोकब हमीद के बेटे राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेता अहमद हमीद अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल होंगे। इसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सपा-रालोद गठबंधन के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
बागपत विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक और तीन बार मंत्री रहे कोकब हमीद पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत में करीब 35 साल सक्रिय रहे। नवाब के निधन के बाद उनकी सियासी विरासत उनके बेटे अहमद हमीद संभाल रहे हैं। यह अलग बात है कि वह 2017 में बसपा और 2022 में रालोद-सपा गठबंधन प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा।
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यूपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद वह अलग- थलग महसूस कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामने का फैसला लिया। वह सोमवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में आयोजित समारोह में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के समक्ष पार्टी की सदस्यता लेंगे।
अहमद हमीद का कहना है कि बदली सियासी परिस्थितियों में भाजपा से मुकाबला लेने में कांग्रेस ही सक्षम है। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस में जाकर भाजपा से मुकाबला करने की रणनीति बनाई है।