प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : पिक्साबे
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उत्तर प्रदेश के 13 राजकीय मेडिकल कॉलेजों के 81 असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति लेने के बाद नहीं लौटे हैं। अब इन सभी को बर्खास्त कर सीटें रिक्त करने की तैयारी है। इन सीटों पर दोबारा अधियाचन भेजा जाएगा। हालांकि सात असिस्टेंट प्रोफेसरों ने चिकित्सकीय समस्या बताते हुए जल्द ही लौटने का आश्वासन दिया है।
उप्र लोकसेवा आयोग से वर्ष 2021 से मई 2023 के बीच 13 राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लिए करीब ढाई सौ असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की गई। जून में संबंधित कॉलेजों में भेजे गए असिस्टेंट प्रोफेसरों की सूची तैयार की गई। इसमें पता चला कि 88 असिस्टेंट प्रोफेसरों ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। इन सभी असिस्टेंट प्रोफेसरों को चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह ने नोटिस भेजा था।
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इन्हें चेतावनी के साथ छह जुलाई तक कार्यभार ग्रहण करने का मौका दिया गया था। इस तिथि तक कार्यभार ग्रहण नहीं करने वाले असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति निरस्त कर दी जाएगी। इस नोटिस के बाद सात असिस्टेंट प्रोफेसरों ने जवाब दिया है।
उन्होंने परिजनों अथवा खुद के चिकित्सकीय समस्या बताते हुए वक्त मांगा है। जबकि 81 ने कोई जवाब नहीं दिया है। ऐसे में अब इन 81 असिस्टेंट प्रोफेसरों का पद रिक्त घोषित करने की कवायद शुरू कर दी गई है।