ताज महल
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अल सल्वाडोर के राजनायिकों के प्रोटोकॉल में बृहस्पतिवार को बड़ी लापरवाही सामने आई। 36 सदस्यीय उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल को गाइड की जगह लपके ने ताजमहल घुमाया। सुरक्षा में सेंध लगने से विदेशी मेहमानों के लिए यह खतरा भी हो सकता था। मामला संज्ञान में आने पर डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
ताजमहल पर लपके और फर्जी गाइडों पर कार्रवाई नहीं होने के कारण अब वीवीआईपी मेहमानों की सुरक्षा में भी सेंध लग रही है। बृहस्पतिवार सुबह दिल्ली से अल सल्वाडोर देश के 36 राजनायिकों का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ताजमहल देखने के लिए आगरा आया था। सुबह 10 बजे प्रतिनिधिमंडल शिल्पग्राम पहुंचा। जहां से शहनवाज नाम का फर्जी गाइड प्रतिनिधिमंडल को स्मारक के अंदर ले गया। ताजमहल घुमाया। प्रोटोकॉल में बड़ी चूक सामने आई।
एप्रूव्ड गाइडों ने इस पर आपत्ति जताई है। एप्रूव्ड गाइड एसोसिएशन के अनुसार अल सल्वाडोर के प्रतिनिधिमंडल को घुमाने वाला शख्स एक लपका है। जिसके पास कोई लाइसेंस नहीं है। वहीं इस संबंध में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
लापरवाही की होगी जांच
एडीएम प्रोटोकॉल शैरी ने बताया कि अल सल्वाडोर से प्रतिनिधिमंडल ताजमहल घूमने आया था। संबंधित अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी। प्रोटोकॉल में कैसे चूक हुई। कैसे फर्जी गाइड पहुंचा। इस मामले की जांच कराई जा रही है।
प्रोटोकॉल में बार-बार हो रही लापरवाही
ताजमहल घूमने के लिए दुनियाभर से वीवीआईपी आगरा आते हैं। इनके प्रोटोकॉल में बार-बार लापरवाही हो रही है। नवंबर 2022 में अमेरिका के सचिव को फर्जी गाइड ने ताजमहल घुमाया था। जून 2023 में वियतनाम के रक्षा मंत्री जेन फान वांग जियांग को फर्जी गाइड ने घुमाया। इसके अलावा रूस से आए प्रतिनिधिमंडल के प्रोटोकॉल में पिछले महीने चूक सामने आई थी।