सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : america US flag
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ईरान में वर्षों से हिरासत में रह रहे पांच अमेरिकी नागरिकों को छोड़ दिया गया है। पांचों अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के बदले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दक्षिण कोरिया में ईरान की फ्रीज्ड संपत्ति की रिहाई की। रिहा हुए अमेरिकी नागरिकों के परिजनों ने राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद दिया है। जो बाइडन ने एक बयान जारी कर कहा कि ईरान में कैद किए गए पांच निर्दोष अमेरिकी नागरिक आखिरकार घर आ रहे हैं।
रविवार को जारी किया गया था बयान
दक्षिण कोरिया पर ईरान का बकाया था, लेकिन अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाने से पहले खरीदे गए तेल के लिए पैसे का भुगतान नहीं किया गया था। इससे पहले, ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा था कि लगभग छह अरब डॉलर की ईरानी संपत्ति कतर पहुंचने के बाद सोमवार को यह आदान-प्रदान किया जाएगा। कनानी ने कहा, ‘सौभाग्य से दक्षिण कोरिया में ईरान की जब्त की गई संपत्ति को रिहा कर दिया गया और ईश्वर की इच्छा है कि आज संपत्ति को सरकार और राष्ट्र द्वारा पूरी तरह से नियंत्रित किया जाना शुरू हो जाएगा।
अब भी दोनों देशों के बीच जारी है तनाव
इस समझौते के बावजूद अमेरिका और ईरान के बीच उच्च स्तर पर तनाव बना हुआ है। यह तनाव ईरान के परमाणु कार्यक्रम सहित कई विवादों के कारण है। ईरान कहता रहा है कि उसका यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। हालांकि, वह यूरेनियम को हथियार-ग्रेड स्तरों के करीब पहले कहीं अधिक संवर्धन कर रहा है। कैदियों का नियोजित तरीके से आदान-प्रदान तब सामने आया है, जब अमेरिका फारस की खाड़ी में सैन्य निर्माण में लगा हुआ है। इसमें अमेरिकी सैनिकों के होर्मुज जलडमरूमध्य में वाणिज्यिक जहाजों पर चढ़ने और उनकी रखवाली करने की संभावना है। इस जलडमरूमध्य से दुनिया के सभी तेल शिपमेंट का 20% गुजरता है।
इन लोगों को किया गया रिहा
- सियामक नमाजी
- मोराद तहबाज
- एमद शारगी सहित दो अज्ञात नागरिकों को रिहा किया गया है।