किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति पुतिन
– फोटो : Social Media
विस्तार
इन दिनों उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन रूस के दौरे पर हैं। बुधवार को रूस में उनका औपचारिक स्वागत किया गया। बीते चार सालों में यह किम जोंग उन की पहली रूस यात्रा है। इस दौरान पुतिन और किम एक हथियार सौदे पर सहमत हो सकते हैं। इस बीच, अमेरिका ने कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि अगर रूस और उत्तर कोरिया कोई नया हथियार सौदा करते हैं तो बाइडन प्रशासन उन पर और अधिक प्रतिबंध लगाने में जरा भी संकोच नहीं करेगा।
अमेरिका ने दी चेतावनी
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक ब्रीफिंग के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच रूस में बैठक के बारे में सवालों के जवाब में चेतावनी जारी की। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच हथियारों की बिक्री में दलाली करने वाली संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए हमने पहले ही कई कार्रवाई की है। अगर जरूरी हुआ तो हम आगे भी अतिरिक्त कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यह परेशान करने वाली बात है कि रूस और उत्तर कोरिया सहयोग बढ़ाने पर चर्चा कर रहे हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन कर सकता है।
अमेरिकी अधिकारियों ने कही थी ये बात
इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि पुतिन और किम जोंग जल्द ही हथियार सौदे पर पूर्वी रूसी शहर व्लादिवोस्तोक में मुलाकात करने वाले हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर कोरिया रूस को यूक्रेन युद्ध में हथियार सप्लाई कर सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर कोरिया भी इस डील को लेकर उत्सुक है। यही वजह है कि उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन, जो आमतौर पर देश से बाहर नहीं जाते हैं, वह रूस के दौरे पर हैं।
किम जोंग उन का रूस दौरा क्या है?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के किम जोंग उन आज एक शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन रूस के सुदूर पूर्वी अमूर क्षेत्र में व्लादिवोस्तोक कोस्मोड्रोम अंतरिक्ष केंद्र में हो रहा है। यहां उनका स्वागत किया गया। रूस दौरे पर किम जोंग उन ने कहा कि यह दौरा दोनों देशों के संबंधों के रणनीतिक महत्व को दर्शाता है।