डॉक्टर्स डे पर अमर उजाला कार्यालय में विशेष संवाद
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डॉक्टर ऐसे ही धरती के भगवान नहीं कहे जाते हैं। वे इंसान की जिन्दगी बचाने के लिए हर कोशिश करते हैं। मरीजों की सेवा, साधना में लगे डॉक्टरों को बस केवल एक ही चिंता रहती है कि उनका मरीज जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाए। इसके लिए वो खुद का दर्द भी भूल जाते हैं।
डॉक्टर्स डे के मौके पर अमर उजाला कार्यालय में आयोजित विशेष संवाद में डॉक्टरों ने कुछ इसी तरह मन की बात को लोगों से साझा किया। उनका कहना था कि एक ओर मरीजों की सेवा, दूसरी ओर घर परिवार के साथ भी समय व्यतीत करना जरूरी होता है। ऐसे में कभी कभी कठोर निर्णय भी लेने पड़ते हैं।
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