महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर शवदाह
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आसमान से लू के रूप में बरस रहे कहर के बीच अन्य तरह की बीमारियां भी अपना असर बढ़ा रही हैं। इसी कारण मौतों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण वाराणसी का महाश्मशान मणिकर्णिका घाट है। जहां शवदाह के लिए चिताओं की कतार लग रही है। लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड और पूर्वांचल सटा होने के कारण मोक्ष की कामना के लिए सभी लोग शव को महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर लाते हैं। भीषण गर्मी के चलते यहां लोग शव को शाम के समय लेकर आते हैं, इससे शवों का ट्रैफिक बढ़ रहा है।
शवदाह करने के लिए लोगों को तीन से चार घंटे का इंतजार करना पड़ता है। हालांकि इसका बड़ा कारण मणिकर्णिका घाट पर जगह की कमी भी है। बीते साल के मुकाबले इस वर्ष निर्माण कार्यों के कारण मणिकर्णिका घाट पर अंत्येष्टि के लिए कम जगह बची है।
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