वाराणसी। बैजनत्था क्षेत्र स्थित गुजरात की एक फर्म के कार्यालय में 1.40 करोड़ रुपये की डकैती के मुख्य आरोपी तिलमापुर निवासी अजीत मिश्रा पर पुलिस इनाम घोषित करने की तैयारी में है। इसकी औपचारिकता पूरी की जा रही है। इंस्पेक्टर भेलूपुर राजेश सिंह का कहना है कि इनाम घोषित करने का प्रस्ताव जल्द ही डीसीपी काशी जोन के पास भेजा जाएगा। इससे पहले अदालत ने अजीत मिश्रा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। डकैती प्रकरण में अब तक सात पुलिस कर्मी बर्खास्त किए जा चुके हैं। मामले के चार आरोपी गिरफ्तार करके जेल भेजे गए हैं। पुलिस अब डकैती की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि पूरे प्रकरण में गुजरात के हवाला कारोबारी जगदीश पटेल की बड़ी भूमिका है। अजीत मिश्रा व कथित वाहन चालक सागर की भी तलाश की जा रही है। गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें लगी हैं। तीनों जैसे ही गिरफ्तार होंगे, वैसे ही सब कुछ साफ हो जाएगा। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही बर्खास्त पुलिस कर्मियों की मुश्किल बढ़नी तय है। तीनों से पूछताछ के बाद भेलूपुर थाने में दर्ज मुकदमे में बर्खास्त पुलिस कर्मियों का नाम भी शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही सातों पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
हमारा पक्ष सुनने के बाद ही कुर्की का आदेश दें
आरोपी अजीत मिश्रा की ओर से अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी ने बृहस्पतिवार को अदालत में अर्जी दी। उन्होंने कहा कि कथित डकैती की घटना का कथानक शुरू से लेकर अंत तक झूठ की बुनियाद पर टिका हुआ है। सब कुछ पुलिस ने ही किया और बलि का बकरा अजीत मिश्रा को बनाया गया। अदालत यदि भेलूपुर थाने की पुलिस के प्रार्थना पत्र के आधार पर अजीत मिश्रा के खिलाफ कुर्की का आदेश पारित करे तो उससे पहले उनका पक्ष जरूर सुना जाए।
सीबीआई जांच की मांग
आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डकैती प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उनका कहना है कि सीसी फुटेज, ऑडियो व वीडियो रिकॉर्डिंग में कुछ अफसरों की भूमिका संदिग्ध मिली है। वह 16 से 20 जून के बीच वाराणसी में रहेंगे। इस दौरान घटना से जुड़े स्थानों पर जाएंगे।