11 क्रांतिवीरों के परिजनों को मिला काशी वैश्विक गौरव सम्मान
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आजादी के नायकों के वंशजों को जब सामने देखा तो जेहन में स्वतंत्रता संग्राम के साथ ही क्रांतिकारी आंदोलनों की यादें साकार हो उठीं। देश के लिए आहुति देने वाले अमर शहीदों के वंशजों ने जब अपनी-अपनी कहानियां साझा करनी शुरू की तो हर आंख नम थी, लेकिन हर चेहरे पर भारतीय होने का गर्व हिलोरे मार रहा था। पूरा प्रांगण वंदेमातरम के उद्घोष से गुंजायमान हो उठा।
मौका था महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती का। रविवार को नदेसर स्थित होटल ताज में काशी वैश्विक गौरव सम्मान पहली बार बनारस में देश के सच्चे क्रांतिकारियों और उनके वंशजों को सम्मानित कर गौरवान्वित हो उठा। देश के 11 महानायकों के परिजनों को सम्मान से नवाजा गया।
उनके साथ ही ऑस्कर अवार्ड के सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली अभिनेत्री फलक खान को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अजय जायसवाल ने कहा कि आयोजन का उद्देश्य देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने वाली विभूतियों को नमन करना है, साथ ही आने वाली युवा पीढ़ी को भी उनकी वीर गाथा से परिचित कराना है। कार्यक्रम की शुरुआत राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, मेयर अशोक कुमार तिवारी व शहीदों के परिजनों ने दीप जलाकर किया।