अमरोहा में गणेश चतुर्थी उत्सव: जिले में दस जगहों पर स्थापना, 22 स्थानों से निकाली जाएंगीं शोभायात्राएं

अमरोहा में गणेश चतुर्थी उत्सव: जिले में दस जगहों पर स्थापना, 22 स्थानों से निकाली जाएंगीं शोभायात्राएं



मुरादाबाद में गणेश पूजा के लिए सजी मूर्तियां
– फोटो : अमर उजाला

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अमरोहा जिले में गणेश चतुर्थी उत्सव आज से शुरू हो जाएगा। बाजार में भी गणेश भगवान की प्रतिमा खरीदने का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। उधर, मूर्ति विसर्जन से पूर्व इस बार जिले में 22 स्थान पर 27 शोभायात्राएं निकाली जाएंगी। दस स्थानों पर भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना होगी। 17 जगहों पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस ने खाका तैयार कर लिया है। दस दिन चलने वाले गणेश चतुर्थी उत्सव को लेकर बाजार में श्रद्धालुओं में उत्साह है। शहर में गणेश चतुर्थी को लेकर बाजार सजे नजर आ रहे हैं। जहां घरों पर महिलाएं तैयारी में जुटी हैं, वहीं दूसरी तरफ बाजार में भगवान गणेश की कई तरह की मूर्ति बाजार में श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रही हैं।

मंगलवार आज गणेश चतुर्थी का पर्व है। गणेश चतुर्थी को श्रद्धालु हर्षोल्लास के साथ मनाने की तैयारी में हैं। श्री बाबा गंगानाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित आशुतोष त्रिवेदी ने बताया कि हिन्दू संस्कृति में किसी भी कार्य की सफलता के लिए सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

गणेश के पूजन से भक्तों को सुख, समृद्धि और यश प्राप्ति होती है। भगवान गणेश की मूर्ति को उत्तर दिशा में स्थापित करना शुभ होता है। यह दिशा मां लक्ष्मी और भगवान शिव की दिशा मानी जाती है। गणेश भगवान की मूर्ति खरीदें तो ध्यान रखें कि मूषक उनके साथ हो।

उधर, पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक अमरोहा शहर में छह, देहात थाना क्षेत्र में दो, नौगांवा सादात में एक, डिडौली में दो, धनौरा में एक, बछरायूं में तीन, गजरौला में तीन, हसनपुर में दो, सैदनगली में दो और आदमपुर में एक गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी।

जिलेभर में कुल 22 स्थानों पर 27 शोभायात्रा निकाली जाएंगी। दस जगह गणेश प्रतिमा स्थापना होगी। जबकि 17 प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।

300 साल बाद बन रहा ऐसा दुर्लभ योग

300 साल बाद ऐसा दुर्लभ योग बन रहा है, जिसका फायदा गणेशजी के भक्त उठा सकते हैं। तीन योग है, जिसमें से एक ब्रह्म योग, दूसरा शुक्ल योग और तीसरा शुभ योग है। ये तीनों ही योग लगभग 300 साल बाद मिलकर दुर्लभ योग बना रहे हैं।

पंडित आशुतोष त्रिवेदी ने बताया कि ब्रह्मा योग में ब्रम्हा, विष्णु, और महेश तीनों शक्तियां वहां पर एक साथ साक्षात मौजूद रहती हैं। शुक्ल योग में जितने भी जातक गणेश चतुर्थी में शामिल होते हैं। गणेशजी की आरती पूजन करते हैं। उनके घर में शुभ ही शुभ होता है।

 

गणेश चतुर्थी को लेकर सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार कर लिया गया है। पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई हैं। गणेश चतुर्थी उत्सव को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। -विजय कुमार राणा, सीओ सिटी 



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