बिलारी (मुरादाबाद)।
ब्लॉक के भिड़वारी गांव में बृहस्पतिवार को पंचायत राज विभाग और राजस्व विभाग की ओर से अरिल नदी पुनरुद्वार कार्यक्रम के तहत गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में डीएम व सीडीओ के अलावा विधायक व ब्लॉक प्रमुख भी पहुंचे। सभी ने अरिल नदी की खुदाई अभियान में सहयोग का वादा किया और जल संरक्षण की शपथ ली।
कार्यक्रम की शुरुआत में मंच पर पहुंचते ही जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों का एसडीएम, तहसीलदार व बीडीओ ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। मीरा अग्रवाल इंटर कॉलेज अमरपुरकाशी की छात्राओं ने अतिथियों पर पुष्प वर्षा की। वहीं आदर्श कन्या जूनियर हाईस्कूल की छात्राओं ने अतिथियों के स्वागत में बैंड-बाजा और घोष बजाया। बिलारी के विधायक मोहम्मद फहीम इरफान ने कहा कि अरिल नदी को पुनर्जीवित किए जाने के लिए वह विधानसभा में दो बार मुद्दा उठा चुके हैं। उन्हें खुशी है कि सरकार और जिला प्रशासन ने अभियान के तहत अरिल नदी का पुनरुद्वार शुरू कर दिया है वह इस अभियान में अपने स्तर से हर संभव सहयोग करेंगे।
जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि डार्क जोन बिलारी इलाके में अरिल नदी के लिए खुदाई कर जलसंरक्षण करना आसान हो सकेगा। इसके बाद ही भूमिगत जलस्तर भी बढ़ जाएगा। जिलाधिकारी ने क्षेत्र के लोगों से आह्वान किया कि नदी खुदाई के इस कार्य को लक्ष्य के अनुसार सफल बनाने के लिए जनसहभागिता और सभी का सहयोग जरूरी है। मुख्य विकास अधिकारी सुमित यादव ने कहा कि नदी खुदाई के कार्य में मनरेगा योजना के अलावा श्रमदान किया जाना और जनसहयोग मिलना जरूरी है। गोष्ठी में मंचासीन बिलारी प्रमुख प्रतिनिधि राजपाल सिंह, कुंदरकी प्रमुख प्रतिनिधि गुलाम जिलानी, भाजपा नेता चौधरी विजय सिंह, एसडीएम राजबहादुर सिंह, नमामि गंगे परियोजना के अध्यक्ष डा. हरिओम शर्मा, मीरा अग्रवाल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विनोद मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने नदी और जल स्रोत की स्वच्छता व पवित्रता की दिलाई शपथ
जिलाधिकारी ने सभी को इस आशय की शपथ दिलाई कि नदी और जल स्रोत की स्वच्छता, पवित्रता और पर्यावरण बनाए रखें। अपने द्वारा तथा परिजनों द्वारा कोई ऐसा कार्य न करें, जिससे नदी का पानी दूषित हो। नदी में प्लास्टिक, सिंथेटिक सामान और पूजन सामग्री को प्रवाहित न करें। गोष्ठी का संयुक्त संचालन परियोजना निदेशक सतीश प्रसाद मिश्र और बीडीओ बिलारी भवानी प्रसाद शुक्ल ने किया। अंत में खुदाई शुरू करने में सहयोग करने वाले नायब तहसीलदार विजय श्रीवास्तव, पंचायत सचिव चंद्रपाल सिंह, ग्राम प्रधान नीलम, रोजगार सेवक मोहम्मद अकरम, हल्का लेखपाल नाजिया सुल्तान आदि को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक प्रधान, बीडीसी सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य, पर्यावरण प्रेमी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
पूजन के साथ अरिल नदी का खुदाई कार्य शुरू
बिलारी (मुरादाबाद)।
क्षेत्र के भिड़वारी गांव के जंगल में चिह्नित स्थान पर बृहस्पतिवार सुबह पूजन के साथ अरिल नदी की खुदाई शुरू हो गई। क्षेत्र के अन्य 24 गांवों में भी चिह्नित भूमि पर नदी की खुदाई का काम शुरू हो गया। जून के अंत तक खुदाई का काम पूरा करने का लक्ष्य अधिकारियों ने निर्धारित किया है।
भिड़वारी और ग्वारऊ गांव के बीच चिह्नित स्थान पर पंडित दिनेश चंद्र सती, पंडित हरीश चंद्र तिवारी, पंडित ब्रह्मचारी पांडे, स्वामी ब्रह्मानन्द पुरी और पंडित विनोद कुमार मिश्र ने अरिल नदी का पूजन कर खुदाई शुरू कराई। जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, एसडीएम और बीडीओ भी पूजन में शामिल रहे। बाद में सभी अधिकारियों ने फावड़ा चलाकर अरिल नदी की खुदाई कर क्षेत्र के ग्रामीणों को भी प्रेरित किया।
इस दौरान रविंद्र चौधरी प्रधान खंडुआ, सद्दाम हुसैन प्रधान सफीलपुर, मोहम्मद जीशान प्रधान भूड़मरैशी, सलीम अंसारी प्रधान सहसपुर, माजिद अंसारी प्रधान बहादरपुर, नरेंद्र सिंह प्रधान नगला कमाल, अनीस अहमद पूर्व प्रधान थांवला, पंचायत राज परिषद के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद उस्मान, भाकियू नेता चौधरी भयराज सिंह मौजूद रहे। बिलारी तहसील क्षेत्र के दोनों विकास खंडों में 24 गांव ऐसे हैं जिनके रकबे से होकर अरिल नदी निकल रही है। बीडीओ बिलारी के अनुसार सभी 24 गांवों में मनरेगा योजना से अरिल नदी की खुदाई का काम शुरू हो गया है।