इन 10 निर्देशकों ने बॉलीवुड को अपने सिनेमा से चौंकाया, अब निगाहें ‘मैं अटल हूं’ पर

इन 10 निर्देशकों ने बॉलीवुड को अपने सिनेमा से चौंकाया, अब निगाहें ‘मैं अटल हूं’ पर



निर्देशक समीर विद्वांस की हिंदी फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा’ को उनकी हिंदी सिनेमा में एक अच्छी शुरुआत माना जाता है। समीर विद्वांस कई हिट मराठी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान पुणे से पटकथा लेखन में डिप्लोमा करने के बाद समीर विद्वांस ने मराठी फिल्मों में निर्देशन की शुरुआत साल 2015 में फिल्म ‘डबल सीट’ से की। ‘आनंदी गोपाल’ को उनकी बेमिसाल फिल्म माना जाता है। हिंदी सिनेमा में कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा’ से बोहनी करने वाले समीर से पहले भी तमाम मराठी फिल्म निर्देशकों ने हिंदी सिनेमा में नाम कमाया है। आइए जानते हैं ऐसे ही 10 निर्देशकों के बारे में…

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ओम राउत

इन दिनों निर्देशक ओम राउत फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर चर्चा में है। जब से यह फिल्म रिलीज हुई है तब से लगातार उनकी फिल्म को लेकर आलोचना ही हो रही है। ओम राउत ने मराठी फिल्म ‘लोकमान्य: एक युग पुरुष’ से अपने निर्देशन करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म के बाद उन्होंने अजय देवगन को लेकर फिल्म ‘तानाजी’ का निर्देशन किया। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का 68वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। मराठी फिल्म निर्देशकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती उत्तर भारतीय दर्शकों की संवेदनाओं के सम्मान की होती है। ओम राउत इस चुनौती पर फिल्म ‘आदिपुरुष’ में विफल रहे। फिल्म के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर का साथ उन्हें अपेक्षित स्तर का नहीं मिला।


लक्ष्मण उतेकर 

हिंदी सिनेमा में लक्ष्मण उतेकर ने अपने करियर की शुरुआत कैमरामैन के रूप में  फिल्म ‘खन्ना और अय्यर’ से की। श्रीदेवी की फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ में बतौर सिनेमैटोग्राफर काम करने के बाद लक्ष्मण उतेकर  ने निर्देशक के रूप मराठी फिल्म ‘तपाल’ बनाई। मराठी फिल्म ‘लाल बागची रानी’ का निर्देशन करने के बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा में फिल्म ‘लुका छुपी’ से कदम रखा। हाल ही में लक्ष्मण उतेकर की फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ रिलीज हुई है। इस फिल्म में विक्की कौशल और सारा अली खान की मुख्य भूमिकाएं हैं।  


रवि जाधव 

अगले जिस मराठी निर्देशक पर पूरे हिंदी फिल्म जगत की निगाहें टिकी हैं, वह हैं रवि जाधव। जाधव ने साल 2009 में मराठी फिल्म ‘नटरंग’ से अपने निर्देशन की शुरुआत की। मराठी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए इस फिल्म को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। उन्होंने ‘बालगंधर्व’,  ‘बालक पालक’   ‘रेगे’,  ‘टाइम पास 2’ जैसी कई हिट मराठी फिल्मों का निर्देशन किया है। फिल्म ‘बालगंधर्व’ ने 59वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में तीन पुरस्कार जीते थे। रवि इन दिनों पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की बायोपिक ‘मैं अटल हूं’ का निर्देशन कर रहे हैं। इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की भूमिका में पंकज त्रिपाठी दिखेंगे।


नागराज मंजुले

निर्माता-निर्देशक नागराज मंजुले ने मराठी फिल्म ‘सैराट’ से मराठी सिनेमा में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। मराठी सिनेमा की यह अब तक की सबसे ज्यादा कमाई फिल्म है। इस फिल्म का रीमेक हिंदी में करण जौहर ने ‘धड़क’ नाम से बनाया जिसनें जान्हवी कपूर और ईशान खट्टर ने काम किया था। नागराज मंजुले हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन को लेकर फिल्म ‘झुंड’ का निर्देशन कर चुके हैं। यह फिल्म स्लम सॉकर के संस्थापक विजय बसरे के जीवन पर आधारित थी। 




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