उफान पर यमुना
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कुछ दिन से शांत बह रही यमुना नदी में शनिवार को फिर उफान आ गया। शनिवार सुबह 11 बजे हथिनी कुंड बैराज पर यमुना नदी में 2 लाख 23 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। जलस्तर बढ़ने से दिल्ली वासियों पर एक बार फिर संकट आ गया है। बैराज से बह रहा पानी अगले 72 घंटों में दिल्ली पहुंचेगा।
नदी में पानी का जलस्तर बढ़ने से सिंचाई विभाग ने बैराज से यमुनानगर में आ रही पश्चिमी यमुना नहर और उत्तर प्रदेश जा रही पूर्वी यमुना नहर में पानी की सप्लाई बंद कर दी है, क्योंकि यमुना नदी में पानी के साथ भारी मात्रा में पत्थर, पेड़ व गाद बह कर आती है जिससे नहरों के अटने का खतरा रहता है। इससे पहले 11 जुलाई को हथिनी कुंड बैराज पर सर्वाधिक 3 लाख 59 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था।
जगाधरी-पांवटा नेशनल हाईवे पर बहकर आए मिट्टी-पत्थर
यमुनानगर के बिलासपुर व प्रतापनगर क्षेत्र में सुबह से जोरदार बारिश हो रही है। प्रतापनगर में पहाड़ों से बड़ी मात्रा में मिट्टी व पत्थर बह कर जगाधरी-पांवटा नेशनल हाईवे पर कलेसर क्षेत्र में आ गए जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हाईवे पर जाम लग गया।
ऐसे बढ़ा जलस्तर
शुक्रवार रात 8 बजे हथिनी कुंड बैराज का जलस्तर मात्र 47130 क्यूसेक था। जिसमें से 17010 क्यूसेक पानी पश्चिमी यमुना नहर व व यूपी को 1810 क्यूसेक पानी दिया गया। जबकि दोपहर 12 बजे 52969 क्यूसेक पानी था। शुक्रवार रात 11 बजे बैराज में जलस्तर घट कर 47198 क्यूसेक रह गया था। रात 3 बजे से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ था। 3 बजे बैराज पर यमुना का जलस्तर 56688 क्यूसेक, 4 बजे 59577 क्यूसेक, 5 बजे 63405 क्यूसेक, 6 बजे 73390 क्यूसेक, 7 बजे 82204 क्यूसेक, 8 बजे 87177 क्यूसेक, सुबह 9 बजे 147857 क्यूसेक, 10 बजे 209042 क्यूसेक पानी था। वहीं जिले में सोम नदी भी उफान पर बह रही है। 10 बजे सोम में 10620 क्यूसेक पानी बह रहा था। जिससे सोम नदी के साथ लगते गांवों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है।