पंजाब के जालंधर में गरीबी से तंग माता-पिता ने तीन बच्चियों को दूध में जहरीला पदार्थ खिलाकर हत्या कर दी। घटना जालंधर देहात के थाना मकसूदां के गांव कानपुर की है, जहां रविवार देर रात पांच बच्चों के माता-पिता ने मोहल्ले में अफवाह फैला दी कि बच्चियों को अगवा कर लिया गया है। इसकी उन्होंने थाने में शिकायत भी दी। देर रात तक बच्चियों को ढूंढने के बाद कोई पता नहीं चला। इसके बाद मकान मालिक सुरिंदर सिंह और मोहल्ले के लोगों ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को सूचना दी।
रात 11:30 बजे थाना मकसूदां की पुलिस पहुंची और जांच के बाद लौट आई। मामले से पर्दा तब उठा जब दंपती ने सुबह बक्से से शव निकालकर गेट के बाहर रखे और कहना शुरू किया कि उनकी बच्चियों को कोई मारकर बक्से में डाल बाहर छोड़ गया है। इसके बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मृतक बच्चियों की पहचान अमृता कुमारी (9), साक्षी (7) और कंचन (4) के रूप में हुई है। पिता सुशील मंडल मूलरूप से बिहार का रहने वाला है।
सूचना पर घटनास्थल पर करीब सात बजे पहुंची पुलिस ने बच्चियों के शव कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम को भिजवाया और परिजनों को अपने साथ थाने ले गई। पुलिस ने जब सीसीटीवी कैमरे जांचे तो बच्चियां घर से बाहर जाते नहीं दिखी और न ही कोई ट्रंक रखते बाहर नजर आया। इसके बाद दंपती से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि वह बच्चों का पालन-पोषण नहीं कर पा रहे थे। यही वजह है कि उन्होंने खौफनाक कदम उठाया। उन्होंने तीनों बच्चियों को जहरीला पदार्थ दूध में मिलाकर पिला दिया। बक्से से कीटनाशक की बदबू आ रही थी।
एसएसपी (ग्रामीण) मुखविंदर सिंह भुल्लर और एसपी मनप्रीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि डीएसपी बलवीर सिंह टीम के साथ पहुंचे और जांच के बाद हत्यारोपी सुशील मंडल और उसकी पत्नी मंजू देवी को गिरफ्तार कर केस दर्ज कर लिया है। पूछताछ में पता चला कि पिता नशे का आदी था और शराब पीता था। रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे बच्चियों को जहरीला दूध पिलाकर बक्से में बंद कर काम पर चला गया।
पत्नी मंजू देवी ने भी उसका साथ दिया। आरोपी सोमवार सुबह मकान छोड़ भागने की फिराक में थे और शवों को खुर्दबुर्द कर देते लेकिन मकान मालिक की शिकायत के बाद दंपती शक के घेरे में आ गए। एसएसपी ने कहा कि दंपती की दो साल की बेटी अनुष्का और एक साल का बेटा शनि है, जिन्हें चाइल्ड केयर होम भेज देंगे। अगर बच्चों को मां की जरूरत हुई तो वह भी जेल में दंपती के साथ रहेंगे। एक साल के बच्चे की देखभाल और उसके खाने-पीने का ध्यान रखना जरूरी है।