खेत में गिरी धान की फसल
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बरेली में शनिवार को हल्की बारिश के बाद देर रात घिरे घने बादलों ने रिकॉर्ड बारिश की। करीब चार घंटे में 103 मिमी बारिश से शहर तरबतर हो गया। बारिश से अधिकतम तापमान चार डिग्री लुढ़ककर 28.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा। आगे भी अनुकूल माहौल बनने पर बारिश की उम्मीद है। वहीं, बारिश से धान की फसल को नुकसान की आशंका है। बारिश में धान की फसल खेतों में गिर गई है।
मौसम विभाग (इंडियन मीटरोलॉजी डिपार्टमेंट) की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के मुताबिक साल 2011 में ही 24 घंटे में 123.2 मिमी बारिश हुई थी। इसके बाद साल 2012 से 2022 तक 24 घंटे में महज 52 से 90 मिमी के बीच ही बारिश दर्ज हुई। अब फिर अचानक मौसम का मिजाज बदला। रविवार सुबह करीब पांच बजे शुरू हुई तेज बारिश की आवाज से लोगों की नींद टूट गई।
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सुबह करीब नौ बजे तक लगातार बारिश का सिलसिला जारी रहा। फिर कुछ देर बूंदाबांदी के बाद बारिश थमी। दोपहर एक बजे तक घने बादल मंडराते रहे। फिर आठ किमी. प्रति घंटे की गति से चली हवाओं ने बादलों को आगे बढ़ा दिया। आसमान साफ होने से दोपहर दो बजे के बाद हल्की धूप निकली।
शाम पांच बजे तक चटक धूप रही पर तापमान में हुई गिरावट से बेअसर रही। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से चल रही पुरवा हवा से पहाड़ी इलाकों से सटे मैदानी इलाकों में बारिश हुई। रुहेलखंड क्षेत्र पहाड़ से सटे होने की वजह से पूरे क्षेत्र में बारिश हावी रही। आगे भी दो दिन तक अनुकूल माहौल बने रहने पर हल्की, तेज बारिश की संभावना है।