मुरादाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती मरीज
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जिले में बुखार और डेंगू से होने वाली मौतों का आंकड़ा थम नहीं रहा है। अगवानपुर में तीन वर्षीय बालक मोहम्मद जैन की डेंगू से जान चली गई। कुंदरकी के आजमपुर में कक्षा 12 की छात्रा खुशी की बुखार से जान चली गई। बुखार पीड़ितों की जांच में अगवानपुर में ही दो केस डेंगू पॉजिटिव आए हैं।
मृतक बच्चे मोहम्मद जैन को पिछले हफ्ते शुक्रवार से बुखार था। स्थानीय डॉक्टर ने छह दिन उसे भर्ती रखा लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ। आठ सितंबर की सुबह ही बच्चे को कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उपचार के दौरान दोपहर एक बजे उसने दम तोड़ दिया।
बच्चे को डेंगू हुआ था, जो कि अब रिकवरी में था लेकिन जान नहीं बच सकी। बच्चे की प्लेटलेट्स भी मात्र 28 हजार रह गई थीं। उत्तराखंड के काशीपुर निवासी मोहम्मद जैन के पिता फरमूद सऊदी अरब में प्लंबर का काम करते हैं।
बच्चे के मामा सरताज ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात जैन को उल्टी होने लगी। डॉक्टर के हाथ खड़े करने पर कांठ रोड पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे बच्चे को उल्टी होने के बाद उसकी मौत हो गई।
जबकि कुंदरकी निवासी अनेक सिंह की बेटी खुशी को चार दिन से पहले बुखार आया था। गांव में ही डाॅक्टर से दवाई ली लेकिन आराम नहीं हुआ। छात्रा की हालत बिगड़ी तो परिजन मुरादाबाद के निजी अस्पताल में ले आए। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। खुशी अपने भाइयों की इकलौती बहन थी।